हरिद्वार। सिडकुल की पेन बनाने वाली कंपनी से निकाले गये सैकड़ों कर्मचारियों का जिलाधिकारी कार्यालय पर चल रहा धरना शनिवार को उपजिलाधिकारी पूरन सिंह राणा के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। उप जिलाधिकारी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि आगामी 30 दिसंबर तक कंपनी की आर्थिक आरसी काट दी जाएगी। उप जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद श्रमिकों ने तीन दिनों से जारी धरना समाप्त कर दिया। कंपनी से निकाले गये कर्मचारी पिछले तीन दिन से जिलाधिकारी कार्यालय पर कंपनी के खिलाफ धरना दे रहे थे। इस मामले में मुन्नी,सीमा, रेखा, मीना, मोनिका, उमा देवी, कमलेश, साजिया, रूपा, मोहित कुमार, बिना, ममता यादव, मदन पाल, भगवती, सुनीता, लक्ष्मी, शालू, सुमित कुमार, धीरज कुमार, मनीष कुमार, देव कुमार आदि निकाले गए कर्मचारियों का कहना है कि उनको बिना नोटिस दिए कंपनी में निकाल दिया जो कि नियम के खिलाफ है। इस संबंध में श्रम आयुक्त कार्यालय में भी धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन वहां से कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार निराश होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देना पड़ा। उधर भारतीय मजदूर संघ के प्रांतीय मंत्री सुमित सिंघल ने कहा कि उप जिलाधिकारी के आश्वासन पर धरना समाप्त किया गया है,अगर उनकी मांग 30 दिसम्ंबर तक पूरी नहीं की गई तो कर्मचारी द्वारा जिलाधिकारी कार्यालय पर दिन रात का धरना प्रदर्शन करेंगे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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