हरिद्वार। पठान फिल्म को लेकर संत समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है संतो ने एक स्वर में पठान फिल्म का बहिष्कार करने की मांग की है। संतो ने फिल्म के एक्टर, निर्माता निर्देशक भी खिलाफ कानूनी कार्रवाई की अपील की है। हनुमंत धाम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी नवल किशोर दास महाराज ने कहा है कि सनातन धर्म अजर अमर अविनाशी है जिसे कोई मिटा नहीं सकता लेकिन सनातन धर्म पर कुठाराघात करने वाले लोग अवश्य ही मिट जाते हैं। वर्षों से सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति पर कुठाराघात कर इसे समाप्त करने की कोशिश की गई है। लेकिन सबसे प्राचीन सनातन संस्कृति अनादि काल से संपूर्ण विश्व का मार्गदर्शन करती चली आ रही है। भारत माता पुरम में स्थित श्री हनुमंत धाम में आयोजित संत समागम को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी नवल किशोर दास ने कहा कि फिल्मों के माध्यम से भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का मजाक उड़ाना बंद होना चाहिए। अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब ऐसे फिल्म निर्माताओं के खिलाफ लोग आक्रोशित होकर कड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे। सेंसर बोर्ड को ऐसी फिल्मों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें प्रदर्शित करने से रोकना चाहिए। सनातन धर्म पर कुठाराघात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संपूर्ण संत समाज एवं हिंदू समाज पठान फिल्म की घोर निंदा करता है। समाज से अपील करता है कि ऐसी फिल्मों का बहिष्कार करें। एक विशेष समुदाय के लोग कई फिल्मों के माध्यम से सनातन धर्म का मजाक उड़ाते चले आ रहे हैं, लेकिन अब समय बदल गया है। इस तरह के कार्यों को संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। महंत रघुवीर दास एवं महंत गोविंद दास महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों को ऐसी फिल्मों के प्रदर्शन पर कठोर निर्णय लेते हुए रोक लगानी चाहिए और निर्देशक एवं निर्माता के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। धर्म पर कुठाराघात करने वालों को सबक मिल सके। नीलेश्वर महादेव मंदिर के महंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि ऐसे फिल्म निर्माताओं के खिलाफ उम्र कैद की सजा होनी चाहिए जो भारत देश में रहकर भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं। महामनीषी निरंजन स्वामी स्वामी ऋषिस्वरानंद,स्वामी शिवानंद,स्वामी ज्ञानानंद शास्त्री,स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद,महंत दिनेश दास, महंत सूरज दास, महंत अरुण दास, महंत लोकेश दास, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, महामंडलेश्वर स्वामी ललित आनंद गिरी, महंत प्रह्लाद दास, स्वामी रामानंद,सरस्वती महंत गुरमीत सिंह,महंत श्याम प्रकाश, सहित संपूर्ण संत समाज ने पठान फिल्म का विरोध कर समाज से उसके बहिष्कार की अपील की।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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