हरिद्वार। राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट (रजि०) द्वारा 10 दिसंबर को आयोजित किए जाने वाले विश्व मानव अधिकार दिवस के संबंध में समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा के चंद्राचार्य चौक स्थित कार्यालय में प्रो० मनुदेव बंधु की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रो मनुदेव बंधु ने कहा कि कार्यक्रम में अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवीद्र पुरी मुख्य अतिथि तथा राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, अतिविशिष्ट अतिथि व विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक आदेश चौहान,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, प्रो सोमदेव शतांशु कुलपति गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय तथा प्रो सुनील कुमार, कुलसचिव रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ईजी० मधुसूदन आर्य करेंगे। कार्यक्रम को लेकर संयोजन मण्डल का गठन किया गया है जो तैयारियों को पूर्ण करने करने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होने बताया कि संयोजक मण्डल में जगदीश लाल पाहवा,डॉ विशाल गर्ग, डॉ पंकज कौशिक, हेमंत सिंह नेगी एवं अरुण कुमार पाठक को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंजी० मधुसूदन आर्य ने कहा कि विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह एवं पत्रिका का विमोचन कार्यक्रम में किया जाएगा। उन्होने कहा कि कार्यक्रम का आयोजन गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सभागार में किया जायेगा। इस अवसर पर राजीव राय, जितेंद्र कुमार शर्मा,शोभा शर्मा,विजय प्रताप सिंह,अरुण कुमार पाठक,हेमन्त सिंह नेगी,डा0 पंकज कौशिक ,कुलभूषण शर्मा,नरेंद्र बंसल,विनोद मित्तल,कमला जोशी,राजीव राय,नानकचन्द्र गोयल, एस एस राणा, विनोद मित्तल,नानक चन्द्र अग्रवाल,राकेश अरोड़ा,अशोक कुमार गुप्ता,विमल कुमार गर्ग, राकेश अरोड़ा,भारती सिंह,धनप्रकाश गोयल,रोहित,इं0 रूचिर कुमार,डा0 शिवि अग्रवाल, अंकुर गोयल, अर्चना सिंघल, ऊषा शर्मा, दिशी गर्ग, अश्वनी सिंह उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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