हरिद्वार। सपा नेता महंत शुभम गिरी ने हरिद्वार में गंगा और कुंभ मेला संग्रहालय बनाने की मांग की है। महंत शुभम गिरी ने कहा गंगा सनातन धर्म संस्कृति की धरोहर है। अनादि काल से मां गंगा गोमुख से निकलकर गंगासागर तक जाती है। लेकिन कहीं भी गंगा का संग्रहालय नहीं है। नमामि गंगे योजना के तहत केंद्र सरकार और राज्य सरकार को हरिद्वार में गंगा व कुंभ मेला संग्रहालय बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पौराणिक काल से हरिद्वार में कुंभ मेलों का आयोजन गंगा तटों पर होता है। गंगा और कुंभ मेला संग्रहालय बनने से गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा व कुंभ मेलों के पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व को जानने का अवसर मिलेगा। इससे हरिद्वार व उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। महंत शुभम गिरी ने कहा कि कुरूक्षेत्र में गीता संग्रहालय स्थापित किया गया है। जिससे लोगों को कुरूक्षेत्र के साथ गीता के महत्व को जानने का अवसर मिलता है। इसलिए हरिद्वार में गंगा व कुंभ मेला संग्रहालय स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि इस संबंध में वे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित सभी मंत्रीयों व विधायकों को ज्ञापन भी देंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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