Skip to main content

त्याग,तपस्या और धर्म की प्रतिमूर्ति थी माता ललिताम्बाःजगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम

 


हरिद्वार। श्री मानव कल्याण आश्रम हरिद्वार, बद्रीनाथ अहमदाबाद संस्थाओं की संस्थापिका सन्यासिनी माता ललितम्बा को उनकी सोलहवीं पुण्यतिथि के अवसर पर संत समाज ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं संस्था के ट्रस्टी श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज की अध्यक्षता और श्री मानव कल्याण आश्रम ट्रस्ट के संयोजन में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने ब्रह्मलीन माता ललिताम्बा जी को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि माता ललिताम्बा त्याग, तपस्या और धर्म की प्रतिमूर्ति थी। उन्होंने हरिद्वार में सन्यास परंपरा को संवर्धित एवं संरक्षित करने का कार्य किया। श्री जयराम आश्रम पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने सन्यासिनी माता ललिताम्बा जी को स्मरण करते हुए कहा कि माता ललिताम्बा जी द्वारा स्थापित श्री मानव कल्याण आश्रम, हरिद्वार, बद्रीनाथ में धर्म एवं साधना के केंद्र बने हुए हैं। उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक मदन कौशिक ने गोरक्षा आंदोलन में सन्यासिनी माता ललिताम्बा जी के दिए गए अद्वितीय सहयोग को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने गौ रक्षा के लिए हरिद्वार के संतों का प्रतिनिधित्व किया वहीं गौ रक्षा करते हुए जेल यात्रा भी की जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी जी महाराज ने कहा कि सन्यासिनी ललिताम्बा माता जी का समूचा जीवन लोक कल्याण व धर्म प्रचार को समर्पित रहा। संस्था के ट्रस्टी श्रीमहंत देवानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि ललिताम्बा माता ने अजीवन गौ संवर्धन व भारतीय संस्कृति के उन्नयन के लिए कार्य किया। मानव कल्याण आश्रम में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में आए हुए संत महंतजनों का स्वागत श्री मानव कल्याण आश्रम के महंत स्वामी दुर्गेशानंद, ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, मैनेजिंग ट्रस्टी अनिरुद्ध भाटी आदि ने किया। इस अवसर पर म.मं. स्वामी ललितानंद गिरी,म.मं.स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती,म.मं.स्वामी प्रबोधानंद,म.मं.स्वामी आनंद चेतन,महंत जगजीत सिंह, महंत सूरज दास,महंत रविदेव शास्त्री,आचार्य हरिहरानंद,स्वामी चिदविलासानन्द,महंत ओमप्रकाश शास्त्री,स्वामी हंसानन्द,पार्षद सचिन अग्रवाल,शुभम मंडोला, लोकेश पाल,एस.के.मिश्रा सहित भक्तजनों ने माता ललिताम्बा को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।