हरिद्वार। अनंत श्री विभूषित आद्य जगतगुरु श्री स्वामी रामानंदाचार्य जी महाराज की 723वां जयंती महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। 14 जनवरी शनिवार को पूज्य संतो,महंतो ,महामंडलेश्वर वृंदो एवं गणमान्य नागरिकों की गरिमा पूर्ण उपस्थिति में भव्य शोभायात्रा के साथ जयंती महोत्सव मनाया जाएगा। श्री रामानंदीय श्री वैष्णव मंडल के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस जयन्ती महोत्सव के संबंध में जानकारी देते हुए उछाली आश्रम श्रवन नाथ नगर के अध्यक्ष महंत विष्णुदास महाराज ने बताया कि आद्य जगदगुरु श्री रामानंदाचार्य जी की 723वां जयंती महोत्सव इस वर्ष भी पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जयन्ती के दिन 14 जनवरी शनिवार को श्री निंबार्क धाम रानी गली पीपल वाली गली भूपतवाला से दोपहर 12ः00 भव्य शोभायात्रा प्रारंभ होगी जो श्री अखंड परमधाम, आरटीओ चौक, सूखी नदी खड़खड़ी से भीमगोडा होती हुई हर की पैड़ी पहुंचेगी, जहां से अपर रोड के रास्ते जूना अखाड़ा चौक, बाल्मीकि चौक से चित्रा टॉकीज से होती हुई रामानंद आश्रम आचार्य महापीठ श्रवण नाथ नगर में जाकर संपन्न होगी। शोभा यात्रा का शुभारंभ पूज्य श्री महंत परमेश्वर दास महाराज करेंगे। जबकि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा कनखल श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज मुख्य अतिथि होंगे। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे अति विशिष्ट होंगे जबकि श्री महंत दुर्गा दास एवं श्री महंत प्रेमदास महाराज शोभा यात्रा में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि श्री रामानंदीय श्री वैष्णव मंडल के द्वारा आयोजित संपूर्ण कार्यक्रम के बाद 15 जनवरी को रामानंद आश्रम में भंडारा का आयोजन होगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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