हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय, हरिद्वार में 74वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालय प्रांगण में मुख्याधिष्ठाता डा० दीनानाथ शर्मा ने ध्वजारोहण कर अपना उद्बोधन देते हुये कहा कि भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव ने आर्य समाज की पाठशाला में स्वतंत्रता आंदोलन की शिक्षा ग्रहण की थी। देश की आजादी में 50 प्रतिशत लोग आर्य समाज की पृष्ठभूमि से थे। स्वामी दयानन्द सरस्वती ने देश की आजादी के लिए जनसम्पर्क अभियान वेद मंत्रों के माध्यम से शुरू किया था। उन्होने कहा कि देश की आजादी का ट्रेनिंग सेंटर गुरुकुल विद्यालय रहा है जहा पर स्वामी श्रद्धानंद महाराज ने युवाओं को और स्वतंत्रता आंदोलन के मतवालों को पूर्ण संरक्षण दिया था। उन्होने कहा कि गणतन्त्र दिवस के अवसर पर सभी शिक्षक और कर्मचारियों को यह प्रण लेना चाहिए कि वह पूर्ण निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वाह करें। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ विजेंद्र शास्त्री ने कहा कि 74वें गणतंत्र दिवस को मानते हुए कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती का सपना आज भी पूरा नहीं हुआ कि सभी लोग अपने अपने कर्तव्यों के प्रति सकुशल हो वैदिक पद्धति के माध्यम से देश का निर्माण कर सकें। कार्यक्रम को भव्य रूप प्रदान करते हुए गुरुकुल के ब्रह्मचारियों ने अपनी-अपनी रंगारंग प्रस्तुति से समस्त उपस्थित जनों का मन मोह लिया। इसी क्रम में आश्रम अध्यक्ष धर्मेंद्र आर्य तथा लोकेश शास्त्री ने अपने ओजस्वी गीतों से सभी के रगों में देश भक्ति की मशाल को ज्वलंत कर दिया। कार्यक्रम का संचालन डा॰ योगेश शास्त्री ने किया। कार्यक्रम में गुरुकुल के अध्यापकगण, कर्मचारीगण एवं अधिष्ठाता गण उपस्थित रहें।
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