हरिद्वार। दिन दहाड़े हथोड़े से हमला कर हत्या करने के मामले में पंचम अपर सत्र न्यायाधीश मुकेश चंद आर्य ने चार भाइयों को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास व 50-50 हजार रुपये का जुर्माने की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता अनुज कुमार सैनी ने बताया कि 27 अप्रैल 2017 को भगवानपुर थाना क्षेत्र के गांव हल्लुमजरा में रहने वाले भाजपा नेता सतीश उर्फ मांगेराम सैनी की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। उसी दिन मृतक के पुत्र हिटलर ने गांव के ही रहने वाले मेहताब, वाजिद,साजिद व राशिद पुत्रगण सत्तार के खिलाफ एक राय होकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें हिटलर ने पुलिस को बताया था कि दोपहर 12 बजे उसके पिता सतीश उर्फ मांगेराम सैनी हल्लुमजरा चैक पर स्थित दुकान पर ड्राइवर अशोक कुमार के साथ अपनी स्कॉर्पियो कार धुलवा रहे थे।उसी समय वहां पर बैठे हत्यारोपी चारों भाई पिता के पास आकर पैसे को लेकर बदनाम करने को लेकर कहासूनी करने लगे थे।तभी हत्यारोपी मेहताब हथौड़ा लेकर आ गया था। हत्यारोपी वाजिद व राशिद ने मृतक के हाथ पकड़ लिए और साजिद ने पैर पकड़ लिया था। जबकि मेहताब ने सतीश के सिर पर हथोड़े से वार करने शुरू कर दिए थे।चारों भाई उसे अचेतावस्था में छोड़कर वहां से भाग गए थे। मौजूद लोगों ने इलाज के लिए सरकारी अस्पताल रुड़की में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों ने सतीश उर्फ मांगेराम सैनी को मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने सभी हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था। वादी पक्ष ने साक्ष्य में 10 गवाह पेश किए। पुलिस ने विवेचना के दौरान हत्यारोपी मेहताब की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा बरामद किया था। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने चारों भाइयों को सतीश की हत्या करने का दोषी पाया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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