हरिद्वार। हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर वाहन की चपेट में आकर पति-पत्नी की मौत हो गई। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त पुराना आरटीओ तिराहा के पास हुए इस हादसे में मरने वाले दंपति की पहचान बिजनौर निवासी के रूप में हुई है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुची पुलिस ने शवों का शिनाख्त करने के बाद परिजनों को सूचना दे दी है। जबकि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। नगर कोतवाली पुलिस के अनुसार बिजनौर के अफजलगढ़ निवासी अफसर अहमद और उसकी पत्नी जिन्नत शुक्रवार को मोटरसाइकिल से देहरादून की ओर जा रहे थे। हरिद्वार में पुराना एआरटीओ तिराहा के पास वाहन के बगल से गुजर रहे एक डीसीएम ट्रक ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। उनकी बाइक भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुची पुलिस ने उनके आधार कार्ड के माध्यम से दोनों की शिनाख्त कराई और परिजनों को हादसे की जानकारी दी। नगर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला के अनुसार परिजनों को सूचना देकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भेज दिया है। पुलिस को तहरीर मिलने पर आरोपी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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