हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री की बर्खास्तगी पर विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट ने भी अपनी मुहर लगा दी है। ज्ञात रहे कि 29 अक्टूबर को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने यूजीसी टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री को बर्खास्त कर दिया था। इस बीच गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में 6 जनवरी को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई थी। विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर सोमदेव सुधांशु सोमदेव शतांश की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तत्कालीन कुलपति प्रो0 रूप किशोर शास्त्री की बर्खास्तगी पर प्रबंधन ने भी अपनी अंतिम मुहर लगाते हुए बर्खास्तगी को स्वीकार कर लिया है। प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री पर लगे वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितता के आरोपों की जांच यूजीसी द्वारा टीम भेजकर कराई गई थी। यूजीसी टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह ने तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री को बर्खास्त कर दिया था। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ सत्यपाल सिंह को लेकर बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट में स्थिति साफ नहीं हो पाई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सुनील कुमार ने बर्खास्तगी की पुष्टि करते हुए बताया कि तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री की बर्खास्तगी को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की बैठक में भी स्वीकार कर लिया गया है। हालांकि कुलाधिपति डॉ. सत्यपाल सिंह की बर्खास्तगी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई ।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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