हरिद्वार। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले रविवार को ज्वालापुर स्थित सैनी आश्रम से नई पेंशन स्कीम को लेकर नई रैली निकाली जाएगी। रैली को सफल बनाने के लिए संगठन के पदाधिकारी सभी विभागों के कर्मचारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना बना रहे हैं। जिला अध्यक्ष रोहित कुमार शर्मा के अनुसार रैली को सफल बनाने के लिए वन विभाग, जल निगम, उत्तराखंड जल संस्थान तथा गुरुकुल कॉलेज की गुरुकुल कॉलेज में बैठक बुलाई गई। बैठक में जिला अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने अक्टूबर 2005 से पुरानी पेंशन को बंद करके न्यू पेंशन स्कीम को लागू किया था। न्यू पेंशन स्कीम में कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में है। उन्होंने कहा पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के नेतृत्व में राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड, पंजाब, हिमाचल में पुरानी व्यवस्था लागू हो चुकी है। वह दिन दूर नहीं जब पूरे भारत में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू होगी। बैठक में जिला मंत्री सार्थक रावत, मनोज कुमार, बंशीवाल एवं शिक्षकेतर पदाधिकारी प्रमोद कुमार, श्याम कुमार कश्यप, प्रकाश चंद तिवारी, दीपक वर्मा, विजेंद्र सिंह, प्रमिला देवी, रमेश चंद तथा नरेंद्र मलिक से उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment