हरिद्वार। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर देवेंद्र भसीन ने कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून लागू किया है। कानून लागू होने से परीक्षाओं में बैठने वाले युवाओं को सुरक्षा कवच मिला है। कानून बनने के बाद कोई भी व्यक्ति ना तो नकल करने और ना नकल कराने का साहस दिखाएगा। नकल करने का दुस्साहस करने पर आजीवन कारावास और 10 करोड़ तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। बुधवार को जिला भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए डॉक्टर भसीन ने कहा कि कांग्रेस शासन के समय से चल रहे प्रतियोगी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने के लिए मुख्यमंत्री ऑपरेशन क्लीन चला रहे हैं। गड़बड़ी मिलने पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने नकल विरोधी कानून बनाकर ऐतिहासिक कदम उठाया है। कानून के अनुसार यदि कोई व्यक्ति प्रिंटिंग प्रेस, सेवा प्रदाता संस्था, प्रबंधतंत्र, कोचिंग संस्थान इत्यादि अनुचित साधनों में लिप्त पाया जाता है तो आजीवन कारावास तक की सजा और 10करोड़ तक के जुर्माने का प्रावधान है। उन्होने दावा किया है कि देश में उत्तराखण्ड पहला राज्य है,जहां इस तरह का कड़ा कानून बना है। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल भाजयुमो जिला अध्यक्ष विक्रम भुल्लर जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा आशु चैधरी जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा तथा जिला मंत्री मोहित वर्मा सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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