हरिद्वार। महाशिवरात्रि के अवसर पर कनखल स्थित तिल भांडेश्वर मंदिर से भव्य शिव बारात निकाली गयी। भव्य झांकियों से सुसज्जित शिव बारात नगर भ्रमण के पश्चात वापस मंदिर में आकर संपन्न हुई। जगह-जगह लोगों ने पुूष्पवर्षा का शिव बारात का स्वागत किया। शिव बारात में शामिल भूत प्रेतों की टोली सबके आकर्षण का केंद्र रही। विधायक मदन कौशिक व मंदिर के श्रीमहंत त्रिवेणी दास महाराज ने पूजा अर्चना कर शिव बारात को रवाना किया। इस अवसर पर श्रीमहंत त्रिवेणी दास महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि का आधार हैं। बिना शिव के सृष्टि की कल्पना भी संभव नहीं है। शिव नाम के स्मरण मात्र से ही व्यक्ति का कल्याण हो जाता है। इसीलिए भगवान शिव को कल्याणकारी देव कहा गया है। भगवान शिव व माता सती के विवाह दिवस महाशिवरात्रि पर्व को लोक कल्याणकारी बताते हुए उन्होंने कहा शिव और शक्ति एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। शिव में शक्ति और शक्ति में शिव समाहित हैं। किसी एक की आराधना करने से दोनों की आराधना स्वतः ही हो जाती है। उन्होंने कहा कि तिल तिल बढ़ने वाले तिलभाण्डेश्वर महादेव के शिवलिंग पर श्रद्धा भक्ति से जलाभिषेक करने से धन व ऐश्वर्य में वृद्धि होती है। पाप व रोग का नाश होता है। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि हरिद्वार के कण-कण में भगवान शिव विद्यमान हैं। प्रत्येक व्यक्ति को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। इस अवसर योगेश वत्स,अचला मल्होत्रा, अरविंद अग्रवाल,हिमांशु चोपड़ा, भारत भूषण,प्रमोद कुमार,सुन्दर सिंह मनवाल,अमित चावला,सचिन गुप्ता,विक्की बहल, विजय अग्रवाल,बीना राजपूत,रमेश भट्ट, विनोद शर्मा,नितिन शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। सुभाषघाट स्थित प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर से कनखल स्थित दक्ष महादेव मंदिर तक शिव बारात निकाली गयी। भव्य झांकियों, बैण्डबाजों से सुसज्जित शिव बारात में शामिल भूत प्रेत व शिव गण सबके आकर्षण का केंद्र रहे। शिव बारात का शुभारंभ राजेंद्र कुमार वधावन, अमित कौशिक व नरेश बेदी ने कहा कि भगवान शिव जन जन के आराध्य हैं। भगवान शिव को जलाभिषेक अति प्रिय है। भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव को समर्पित है। अधिक से अधिक भक्तों को भगवान शिव के नाम का जप तप करना चाहिए। परिवारों में संकटों से मुक्ति पानी है तो भगवान शिव का गुणगान करें।
हरिद्वार। महाशिवरात्रि के अवसर पर कनखल स्थित तिल भांडेश्वर मंदिर से भव्य शिव बारात निकाली गयी। भव्य झांकियों से सुसज्जित शिव बारात नगर भ्रमण के पश्चात वापस मंदिर में आकर संपन्न हुई। जगह-जगह लोगों ने पुूष्पवर्षा का शिव बारात का स्वागत किया। शिव बारात में शामिल भूत प्रेतों की टोली सबके आकर्षण का केंद्र रही। विधायक मदन कौशिक व मंदिर के श्रीमहंत त्रिवेणी दास महाराज ने पूजा अर्चना कर शिव बारात को रवाना किया। इस अवसर पर श्रीमहंत त्रिवेणी दास महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि का आधार हैं। बिना शिव के सृष्टि की कल्पना भी संभव नहीं है। शिव नाम के स्मरण मात्र से ही व्यक्ति का कल्याण हो जाता है। इसीलिए भगवान शिव को कल्याणकारी देव कहा गया है। भगवान शिव व माता सती के विवाह दिवस महाशिवरात्रि पर्व को लोक कल्याणकारी बताते हुए उन्होंने कहा शिव और शक्ति एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। शिव में शक्ति और शक्ति में शिव समाहित हैं। किसी एक की आराधना करने से दोनों की आराधना स्वतः ही हो जाती है। उन्होंने कहा कि तिल तिल बढ़ने वाले तिलभाण्डेश्वर महादेव के शिवलिंग पर श्रद्धा भक्ति से जलाभिषेक करने से धन व ऐश्वर्य में वृद्धि होती है। पाप व रोग का नाश होता है। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि हरिद्वार के कण-कण में भगवान शिव विद्यमान हैं। प्रत्येक व्यक्ति को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। इस अवसर योगेश वत्स,अचला मल्होत्रा, अरविंद अग्रवाल,हिमांशु चोपड़ा, भारत भूषण,प्रमोद कुमार,सुन्दर सिंह मनवाल,अमित चावला,सचिन गुप्ता,विक्की बहल, विजय अग्रवाल,बीना राजपूत,रमेश भट्ट, विनोद शर्मा,नितिन शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। सुभाषघाट स्थित प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर से कनखल स्थित दक्ष महादेव मंदिर तक शिव बारात निकाली गयी। भव्य झांकियों, बैण्डबाजों से सुसज्जित शिव बारात में शामिल भूत प्रेत व शिव गण सबके आकर्षण का केंद्र रहे। शिव बारात का शुभारंभ राजेंद्र कुमार वधावन, अमित कौशिक व नरेश बेदी ने कहा कि भगवान शिव जन जन के आराध्य हैं। भगवान शिव को जलाभिषेक अति प्रिय है। भगवान शिव भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिव को समर्पित है। अधिक से अधिक भक्तों को भगवान शिव के नाम का जप तप करना चाहिए। परिवारों में संकटों से मुक्ति पानी है तो भगवान शिव का गुणगान करें।
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