हरिद्वार। सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर महिला से 13लाख की रकम ठगी किये जाने के मामले में कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों में सर सैयद एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष का नाम भी शामिल है। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस के अनुसार कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में दीपशिखा उर्फ दीपा गोयल पत्नी राजीव कुमार गोयल निवासी बी-207 सुभाष नगर ने बताया है कि उसकी जान पहचान गांव सरायरोड स्थित एलआईसी कार्यालय डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत गुलशन सिंह से वर्ष 2013 में हुई थी,गुलशन ने उसे जानकारी दी थी कि केंद्र सरकार की एसपीक्यूईएम योजना के तहत स्कूल मदरसों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति होनी है। दावा किया था कि उसकी विभाग में अच्छी पकड़ है वह उसकी नियुक्ति करा देगा, जिसकी एवज में उसे 13 लाख की रकम अदा करनी होगी। महिला का आरोप यह भी है कि मई 2013 में गुलशन सिंह के साथ में एक व्यक्ति ने रुड़की के मदरसा इस्लामिया प्राथमिक स्कूल नगला इमरती में हिंदी साहित्य विषय की सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति करा देने का भरोसा दिलाते हुए 5 लाख की रकम ले ली। उसके बाद सोसायटी अध्यक्ष वीरेंद्र आर्य के घर पहुंचे, गुलशन ने कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर कराने के बाद शैक्षिक प्रमाण पत्र लेकर एक नियुक्ति पत्र देते हुए 5 लाख की रकम और ले ली आरोप है कि साथ ही तीन लाख ज्वाइंनिंग के समय देने की बात तय हुई। आरोप लगाया कि 21 मई 2013 को स्कूल पहुंचकर उसने तीन लाख देकर नियुक्ति करवाने संबंधी बाबत लिखित में लिया, लेकिन स्कूल जाने के बाद भी उसे वेतन नहीं मिला। बाद में अपने स्तर से जांच करने पर सामने आया कि उसके साथ धोखाधड़ी कर उससे 13 लाख की रकम हड़प ली गई है। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी के अनुसार कोर्ट के आदेश पर आरोपी गुलशन सिंह निवासी एलआईसी सराय रोड ज्वालापुर वीरेंद्र आर्य अध्यक्ष सर सैयद एजुकेशन सोसायटी तथा एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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