हरिद्वार। भूमा पीठाधीश्वर, अनन्तश्री विभूषित, स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ जी महाराज ने इस प्रेसवार्ता के माध्यम से बताया कि हमने दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता को सुधारने के लिए मिलावटी दुग्ध उत्पादों पर रोक लगाने की मांग करते हुए दुध में मिलावट करने वालों के विरुद्ध एक पी.आई.एल संख्या-159ध्2012) दायर की थी, जिस पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर रोकथाम लगाने हेतु सम्बन्धित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये थे,परन्तु न्यायालय के उक्त दिशा-निर्देशों का राज्य सरकारों एवं एफ.एस.एस.आई. व भारत सरकार द्वारा अनुपालन नही किया। तत्पश्चात् स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ महाराज ने सुप्रीम कोर्ट की बैंच को लागु नही करने पर अपने अधिवक्ता के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका संख्या-4296/2022 दाखिल की गई। दिनांक-17.02.2023 को अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश ने फूड सेफ्टी और स्टेन्डर्ड्स आथोरिटी ऑफ इण्डिया व विभिन्न राज्य सरकारों के मुख्य सचिवों को नोटिस जारी कर निम्न निर्देश दिये।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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