हरिद्वार। संत समाज ने भगवान शिवशंकर से अस्वस्थ चल रहे नीलेश्वर महादेव मंदिर के परामध्यक्ष महंत प्रेमदास महाराज के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। महामण्डलेश्वर स्वमाी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के उत्थान व सरंक्षण संवर्द्धन में हमेशा योगदान करने वाले महंत प्रेमदास के अचानक अस्वस्थ होने से संत समाज में चिंता का भाव है। गंगा मैया से प्रार्थना है कि उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे। महंत विष्णुदास व महंत रघुवीर दास ने कहा कि वयोवृद्ध महंत प्रेमदास महाराज संत समाज के प्रेरणास्रोत हैं। धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार के साथ राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में उनका अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ एवं मां गंगा मैया उन्हें शीघ्र स्वस्थ करे, जिससे संतों व भक्तों को पहले की तरह उनका सानिध्य प्राप्त होता रहे। महंत प्रेमदास महाराज के परम शिष्य वरिष्ठ समाजसेवी प्रमोद शर्मा ने बताया कि महंत प्रेमदास महाराज के शीध्र स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ नीलेश्वर महादेव मंदिर में प्रतिदिन विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है। महंत प्रेमदास महाराज महादेव के अनन्य भक्त हैं। महादेव शिव की कृपा से वे शीघ्र स्वस्थ होकर भक्तों को मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे। महंत दुर्गादास,महंत सूरजदास,महंत बिहारी शरण,महंत अंकित शरण,महंत गोविंददास,महंत प्रेमदास,महंत जसविन्दर सिंह, महंत दामोदर दास, महंत निर्मलदास, सतपाल ब्रह्मचारी, महंत प्रह्लाद दास, महंत ईश्वर दास आदि संतों ने भी महंत प्रेमदास महाराज के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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