Skip to main content

संत का जीवन परोपकार के लिए और मानव उत्थान के लिए होता है-श्रीमहंत रविंद्र पुरी

 अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने टीबी रोगियों को वितरित किया पोषक आहार

हरिद्वार। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमबीए) के तहत सामुदायिक जुड़ाव पर विशेष जोर दिया जा रहा है। व्यक्तियों व संगठनों को पोषण और नैदानिक सहायता के लिए रोगियों को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अभियान के तहत मनसा देवी मंदिर चरण पादुका परिसर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं


मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने 100 टीबी रोगियों को पोषण कीट व नकद धनराशि का वितरण किया। जिला क्षय रोग अधिकारी ने मरीजों को एक महीने का राशन देकर उन्हें नियमित दवा लेने और पौष्टिक भोजन लेने का आह्वान किया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी महाराज की ओर से क्षय रोगियों को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम टीबी मुक्त भारत के तहत राशन उपलब्ध करवाने की हरिद्वार जनपद में पहल की गयी है। श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक माह 100 मरीजों को राशन की व्यवस्था की गई हैं। उन्होंने कहा कि संत का जीवन परोपकार के लिए और मानव उत्थान के लिए होता हैं। लोगों का जीवन रोग मुक्त हो, लोग स्वस्थ रहे, समाज स्वस्थ रहे, पर्यावरण स्वस्थ रहे, जग का कल्याण हो, ईश्वर से वह हमेशा यही कामना करते हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.राजेश कुमार सिंह ने श्रीमहंत रविन्द्रपुरी का आभार जताया और रोगियों को जरूरी बातें बताईं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम टीबी मुक्त भारत के तहत क्षय रोगियों को पोषण कीट देना हैं। उन्होंने कहा कि 100 मरीजों को श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज द्वारा गोद लिया गया हैं। अभियान आगामी छः माह तक चलेगा। जिसमें मरीजों को प्रोटीनयुक्त पोषण कीट वितरित की जाएगी। प्रत्येक मरीज को महीने का 8 से 9 किलो राशन दिया जाएगा। इसमें दाल,चावल,चने का आटा, मूंगफली और गुड़ शामिल है। बीमारी के दौरान शरीर को मजबूती देने वाले खाद्य पदार्थों की जरूरत होती है। ऐसे में उन्हें अधिक से अधिक प्रोटीनयुक्त राशन दिया जाएगा। इस अवसर पर मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल शर्मा व मनोज शर्मा,चिकित्सा अधिकारी शादाब सिद्दीकी एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम कर्मचारी मौजूद रहे।


Comments

Popular posts from this blog

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

  हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेला अवधि के दौरान 127 शिवभक्त कांवडियों,श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया गया। 17 वर्षीय अरूण निवासी जालंधर, 24 वर्षीय मोनू निवासी बागपत, 18 वर्षीय अमन निवासी नई दिल्ली, 20 वर्षीय रमन गिरी निवासी कुरूक्षेत्र, 22 वर्षीय श्याम निवासी सराहनपुर, 23 वर्षीय संतोष निवासी मुरादाबाद, 18 वर्षीय संदीप निवासी रोहतक आदि को विभिन्न घाटों से बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा गंगा में डूबने से बचाया गया तथा साथ ही साथ प्राथमिक उपचार देकर उन सभी कांवडियों को चेतावनी दी गयी कि गंगा में सुरक्षित स्थानों में ही स्नान करें। कांवड़ मेला अवधि के दौरान बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल एवं रेड क्रास स्वयंसेवकों द्वारा गंगा के पुलों एवं घाटों पर माइकिं

गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

  हरिद्वार निखिल मंत्र विज्ञान एवं सिद्धाश्रम साधक परिवार की ओर से देवभूमि हरिद्वार के भूपतवाला स्थित स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम में सौभाग्य कीर्ति गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। इस पावन पर्व के अवसर पर स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम और आसपास का इलाका जय गुरुदेव व हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान रहा। परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद (डॉ नारायण दत्त श्रीमाली) एवं माता भगवती की दिव्य छत्रछाया में आयोजित इस महोत्सव को संबोधित करते हुए गुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने गुरु एवं शिष्य के संबंध की विस्तृत चर्चा करते हुए शिष्य को गुरु का ही प्रतिबिंब बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वयं को देखने के लिए दर्पण के पास जाना पड़ता है,उसी प्रकार शिष्य को गुरु के पास जाना पड़ता है, जहां वह अपनी ही छवि देखता है। क्योंकि शिष्य गुरु का ही प्रतिबिंब है और गुरु भी हर शिष्य में अपना ही प्रतिबिंब देखते हैं। गुरु में ही शिष्य है और शिष्य में ही गुरु है। गुरु पूर्णिमा शिष्यों के लिए के लिए जन्मों से ढोते आ रहे कर्त्तापन की गठरी को गुरु चरणों में विसर्जित कर गुरु आलिंगन में बंधने का दिवस