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’स्वामी शिवानंद को भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन का संरक्षक बनाने की घोषणा

 पर्यावरण सम्मेलन का उद्देश्य आम आदमी की आत्मा को जागृत करना-स्वामी शिवानंद


हरिद्वार। मातृ सदन आश्रम में आयोजित पर्यावरण सम्मेलन के दूसरे दिन भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सुखदेव सिंह विर्क ने कहा भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन स्वामी शिवानंद के साथ है। आधी रात को भी वे स्वामी शिवानंद की सेवा में हाजिर रहेंगे। जहां स्वामी शिवानंद का पसीना गिरेगा वहां उनकी यूनियन के सदस्य खून बहाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने स्वामी शिवानंद को यूनियन का संरक्षण बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि सरकारों को स्वामी शिवानंद की मांगों के आगे झुकना होगा। ऐसा नहीं होने पर सरकार के खिलाफ यूनियन के सदस्य सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। गौरतलब है कि मातृ सदन आश्रम हरिद्वार में गंगा, हिमालय और उत्तराखंड बचाने हेतु 3 दिवसीय सेमिनार का दूसरे दिन की शुरुआत पहाड़ की सशक्त एक्टिविस्ट सुशीला भंडारी के गंगा भजन से हुई। इस मौके पर स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि गंगा, हिमालय और उत्तराखंड को बचाने के लिए मातृसदन आश्रम में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य सरकार के साथ आम आदमी की अंतर्रात्मा को जागृत करना है। प्रकृति और मानव का सीधा संबंध है। इसका संतुलन बिगड़ने से विनाश का मार्ग प्रशस्त होता है और उत्तराखंड में भी ऐसा ही हो रहा है। समाजसेवी अनिल गौतम ने कहा कि आस्था को वैज्ञानिक रूप से समझाया गंगा जल की शुद्धता मापने के लिए एक्सपेरिमेंट किया। गंगा जल में पशु गोबर मिलाया और 24 घंटे छोड़ दिया। हैरानी हुई देखकर की मालयुक्त गंगा जल साफ हो गया। गंगा की विलक्षणता सड़न को दूर करती है। मुकुंदा दास स्वामी (हरे कृष्णा) स्वामी निगमानंद जी को याद करते हुए गंगा की महिमा का वर्णन किया। मातृ सदन को नमन जो सबको प्रकृति के नष्ट होने और उसका सरंक्षण करने को बार बार समझाते हैं। साऊथ अफ्रीका से आते पूर्व सांसद जयसीलन नायडू ने कहा कि मैं साउथ अफ्रीका से आया हूं, 1860 में मेरी ग्रेट ग्रैंड मदर को वेल्लोर तमिलनाडु से गुलाम बना कर अफ्रीका ले जाया गया। उनको गंगा पूजा न करने का दुख था इसलिए यहां आने पर सबसे पहले गंगा को प्रणाम किया। गंगा की हालत देख कर बहुत दुख हुआ जो प्लास्टिक से अटी पड़ी थी। गांधी जी का सत्याग्रह का आरंभ साउथ अफ्रीका से भारत मे आया।  आपने गांधी को अफ्रीका भेजा और हमने उन्हें महात्मा गांधी बना कर भेजा। अगर हम नदियों को साफ नही रखेंगे तो बीमार पड़ जायेंगे। मुझे नेल्सन मंडेला के साथ काम करने का सौभाग्य मिला जिन्होंने गुलामी को खत्म किया। अफ्रीका की मशहूर नील नदी जो की वहां की लाइफ लाइन है। रूटेन्डो नगारा ने कहा कि अफ्रीका में ऐसा मानते है कि हर नदी की आत्मा होती है। उनसे आज्ञा ले कर ही किसी भी नदी पर बांध बनाना चाहिए। प्रफुल ध्यानी ने कहा कि जो अंकिता भंडारी के साथ हुआ वही गंगा जी का,पेड़ो का और पहाड़ों के साथ हो रहा है। बद्रीनाथ कॉरिडोर के द्वारा गंगा और प्रकृति का विनाश हो रहे हैं। हम सबको गुरुदेव से प्रेरणा लेकर प्रकृति पर्यावरण के प्रति संवेदन शील रहें। भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह विर्क केंद्र एवं राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के पूर्व नाक से संघ की मांगों पूरी नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्वामी शिवानंद को यूनियन का संरक्षक बनाने की घोषणा की। राष्ट्रीय महासचिव इरशाद अली ने कहा कि मातृ सदन के संत सदैव सत्य की लड़ाई लड़ते आये है। स्वामी शिवानंद को यूनियन का संरक्षक बनाने से यूनियन का मान बढ़ा है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अश्वनी पाल,विनोद कश्यप,डॉविजेंद्र चैहान,साजिद,दामोदर,प्रदीप,डीपी राय शुक्रा, अखिल,अक्षय चैधरी,डॉ विजय वर्मा, वर्षा वर्मा, रिद्धिमा पांडे, बृजेश शुक्ला, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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