Skip to main content

भारतीय राष्ट्रीय एकता दल की कार्यकारिणी घोषित

एकता राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है-डा.गोपाल सिंह विरमानी


 हरिद्वार। भारतीय राष्ट्रीय एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.गोपाल सिंह विरमानी ने सोमवार को पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक कर पार्टी की कार्यकारिणी का गठन कर पदाधिकारियों की घोषणा की। प्रैस क्लब सभागार में कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए डा.गोपाल सिंह विरमानी ने बताया कि प्रदेश प्रभारी के अलावा चार उपाध्यक्ष, दो प्रदेश महामंत्री व युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सहित 25 पदाधिकारियों को कार्यकारिणी में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय एकता दल का मानना है कि राष्ट्र ही सर्वोपरि है और एकता राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा करना हमारा दायित्व है। कहा कि पार्टी देश में समान नागरिक नागरिकता के अधिकार की पक्षधर है। जिसके आधार पर विविधता में एकता का सामंजस्य स्थापित करना है। दावा किया कि उनका दल यदि सत्ता में भागीदारी करता है तो देश में प्रत्येक नागरिक को रोजगार देना तथा देश से बेरोजगारी को समाप्त करना प्राथमिकता होगी। देशवासियों के लिए रोजगार के नए नए आयाम पैदा करना, नई तकनीकी को बढ़ावा देना और बेरोजगारों को महंगाई भत्ता देना भी पार्टी का प्रमुख लक्ष्य है। देश में सभी को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय दिलाना उनकी प्रमुख मांगों में शामिल है। सभी वर्गों, धर्म, संप्रदाय व समुदायों के बीच बंधुत्व ही राष्ट्र की नींव है। उन्होंने पार्टी के 15 सूत्रीय उद्देश्यों पर भी प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय राष्ट्रीय एकता दल का पंजीकरण 1992 में हुआ था। इस दौरान पार्टी द्वारा चुनाव मैदान में प्रत्याशी भी उतारे गए। परंतु अपरिहार्य कारणों से पार्टी को बंद कर दिया गया था। पार्टी के लिए पुनः 2018 में आवेदन किया गया था। जिसके परिपेक्ष में चुनाव आयोग द्वारा 4 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय भारतीय राष्ट्रीय एकता दल को गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के रूप में बहाल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी आगामी सभी चुनाव में प्रत्याशी उतारेगी। इस दौरान दल के प्रदेश प्रभारी डा.विरेंद्र कुमार शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार, गजेंद्र कुमार, संजय कुमार, दयाराम,महामंत्री कृष्ण कुमार चैहान,मिठ्ठन लाल, तरूण सिंह विरमानी सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। 


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।