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फिजी में आयोजित किए जा रहे विश्व हिन्दी में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करेगे हरिद्वार के शिक्षक डा.सतीश शास्त्री

 हरिद्वार। राजकीय इंटर कालेज भोगपुर के वरिष्ठ प्रवक्ता डा.सतीश कुमार शास्त्री को भारत सरकार द्वारा फिजी में आयोजित किए जा रहे 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन प्रतिभाग 15 से 17 तक फरवरी तक फिजी के नादी में आयोजित किए जा रहे 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में शामिल होने के लिए विदेश मंत्रालय से निमन्त्रण प्राप्त हुआ है। डा.सतीश कुमार शास्त्री 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेगे। कोरोना काल में डा. शास्त्री ने सैकड़ों से भी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल वेबिनरों के माध्यम से दुनियां भर के साहित्यकारों को एक मंच पर जोड़े रखने में अहम भूमिका निभायी है। इससे पूर्व भी वे तीन बार फिजी में हिन्दी और भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर चुके हैं। जिसके लिए उन्हें 2019 में भारतीय उच्चायोग सूवा फिजी के तत्कालीन उच्चायुक्त विश्वास सपकाल एवम्  तत्कालीन फिजी सरकार की तत्कालीन केन्द्रीय शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री श्रीमती रोजी अकबर द्वारा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी प्रचारक सम्मान प्राप्त हो चुका है। 15 फरवरी से आयोजित किए जा रहे सम्मेलन में भारत सहित विश्व कई देशों से साहित्यकार और हिन्दी प्रेमी शामिल होंगे। डा. सतीश शास्त्री को विदेश मंत्रालय से निमंत्रण मिलने पर प्रांतीय शिक्षक संघ एवं अनेकों प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा शुभकामनाएँ मिल रही हैं। उनके पैतृक ग्राम अलावलपुर में भी लोग प्रसन्न्ता व्यक्त कर रहे हैं। 


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

  हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेला अवधि के दौरान 127 शिवभक्त कांवडियों,श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया गया। 17 वर्षीय अरूण निवासी जालंधर, 24 वर्षीय मोनू निवासी बागपत, 18 वर्षीय अमन निवासी नई दिल्ली, 20 वर्षीय रमन गिरी निवासी कुरूक्षेत्र, 22 वर्षीय श्याम निवासी सराहनपुर, 23 वर्षीय संतोष निवासी मुरादाबाद, 18 वर्षीय संदीप निवासी रोहतक आदि को विभिन्न घाटों से बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा गंगा में डूबने से बचाया गया तथा साथ ही साथ प्राथमिक उपचार देकर उन सभी कांवडियों को चेतावनी दी गयी कि गंगा में सुरक्षित स्थानों में ही स्नान करें। कांवड़ मेला अवधि के दौरान बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल एवं रेड क्रास स्वयंसेवकों द्वारा गंगा के पुलों एवं घाटों पर माइकिं

गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

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