हरिद्वार। मंगलवार को नगर आयुक्त रूड़की के कार्यालय कक्ष में जिला योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से जिला योजना के अन्तर्गत अब तक किस योजना के तहत कितनी धनराशि खर्च हो गयी है तथा कितनी शेष रह गयी है,के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पूल्ड हाउस के अन्तर्गत शत-प्रतिशत व्यय हो गया है तथा अन्य मदों में सम्पूर्ण धनराशि मार्च,2023 तक योजना के अनुसार खर्च हो जायेगी। इसी तरह उन्होंने वैकल्पिक ऊर्जा विभाग से जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि 70 प्रतिशत धनराशि खर्च हो गयी है,जिसका मार्च तक पूरे खर्च का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जायेगा। जिला योजना समीक्षा बैठक में लघु उद्योग के अधिकारियों ने बताया कि 70 प्रतिशत का खर्च हो गया है,कृषि विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि 90 प्रतिशत योजनाओं में खर्च हो चुका है,पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 63 प्रतिशत खर्च हो गया है,जो फरवरी आखिर तक 80 प्रतिशत हो जायेगा तथा गन्ना विभाग के अधिकारियों बताया कि 84 प्रतिशत योजना में खर्च हो गया है तथा फरवरी,2023 तक शत-प्रतिशत खर्च हो जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी ने सिंचाई विभाग द्वारा आवंटित बजट के अनुरूप अभी तक योजनाओं में कम खर्च किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा यथाशीघ्र आवंटित बजट के अनुसार दिये गये विवरण के अनुसार योजनाओं में खर्च करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, महाप्रबन्धक उद्योग सुश्री पल्लवी गुप्ता, अपर सांख्यिकीय अधिकारी सुभाष शाक्य, सिंचाई, वैकल्पिक ऊर्जा, लोक निर्माण विभाग,पेयजल,जल संस्थान, गन्ना सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment