हरिद्वार। पति से विवाद होने के बाद गर्भवती महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में हुई इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रानीपुर कोतवाली प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि शिवलोक कॉलोनी में एक महिला ने आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने प्रारंभिक पड़ताल में पाया कि मृतिका का नाम गांगुली मंडल 24 वर्ष पत्नी कार्तिक मंडल मूलनिवासी कोलकाता पश्चिम बंगाल हाल निवासी शिवलोक कॉलोनी है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दोनों की शादी हुई थी, मृतका गर्भवती थी बताया जाता है कि शाम को पति से विवाद होने के बाद पत्नी ने खुद को कमरे में बंद कर फंदे के सहारे झूल कर आत्महत्या कर ली। पति के चीखने चिल्लाने पर एकत्र हुए लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तब अंदर वह फण्डे के सहारे लटक रही थी। मृतका का पति सब्जी बेचने का कार्य करता है। बहरहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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