हरिद्वार। श्री राधे श्याम संकीर्तन मंडली के तत्वाधान में रामनगर कॉलोनी ज्वालापुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए कथा व्यास श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के संस्थापक भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने गौ माता की महिमा का वर्णन किया। शास्त्री ने बताया कि एक बार मैया यशोदा बाल कृष्ण से कहती है कि कृष्ण पैरों में चरण पादुका धारण कर लो कृष्ण ने कहा कि मैया मेरी गौ माता नंगे नंगे पैर घूमती है। यदि आप उन्हें चरण पादुका पहना सको तो मैं भी चरण पादुका पहन लूंगा। मैया यशोदा के यहां नौ लाख गाय थी। मैया यशोदा गौ माता को चरण पादुका नहीं पहना पाई और ना ही कन्हैया ने वृंदावन में रहते हुए चरण पादुका धारण की और नित्य नंगे नंगे पैरों वृंदावन में गौचारण लीला करते हुए गौ माता की सेवा की। उन्होंने कहा कि गाय की सेवा करने वाला ही सच्चा कृष्ण भक्त कहलाने का अधिकारी है। आज गाय सड़कों पर घूमती है, कूड़ा करकट खाती है। घरों में कुत्ते बिल्लियों के लिए जगह है। लेकिन गाय के लिए कोई स्थान नहीं है। जोकि बड़े दुख का विषय है। उन्होंने कहा कि जिन घरों में गाय की सेवा की जाती है। उन घरों के सारे दुख दूर हो जाते हैं। गौ सेवा करने मात्र से ही देवी देवता प्रसन्नता हो जाते हैं। पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने सभी भक्तों से गौ सेवा करने का संकल्प भी दिलाया। इस अवसर पर मुख्य यजमान गंगा प्रसाद शर्मा, किरण शर्मा, विक्की शर्मा, कामिनी शर्मा, सनी शर्मा, आशी शर्मा, विनोद सब्बरवाल, सुनीता,नीरज,शिवानी,मनन,आशामोहन,संगीता मोहन,रणवीर मोहन,शकुंतला देवी, आशीष ,पूजा, दीपक,नीलम,नरेश कुमार,वंदना अरोड़ा,दिनेश कुमार,कमलेश अरोड़ा,राजकुमार अरोड़ा आदि ने भागवत पूजन कर कथा व्यास से आशीर्वाद लिया।
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