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रामानंद इंस्टीट्यूट में आयोजित दीक्षांत समारोह में 100 छात्र-छात्राओं को मिली उपाधि


 हरिद्वार। रामानन्द इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एन्ड मैनेजमेंट के प्रथम दीक्षांत समारोह में वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.ओंकार सिंह ने एमबीए, बीफार्मा और बीटेक के 100 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की। इसके साथ ही वार्षिक खेलकूद व सांस्कृतिक उत्सव निरंजनी फेस्ट भी संपन्न हो गया। इस अवसर पर प्रतियोगिताओं के विजेताओं और अकादमी प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का समापन फूलों की होली से हुआ। तकनीकी विवि के कुलपति प्रो.ओंकार सिंह का रामानंद इंस्टीट्यूट के प्रथम दीक्षांत समारोह में पधारने पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और संस्था के चेयरमैन श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज,निदेशक वैभव शर्मा ने स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान और विश्विद्यालय के कुलगीत के साथ हुआ। छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान कर बधाई देते हुए हुए कुलपति प्रो.ओंकार सिंह ने कहा कि रामानंद इंस्टीट्यूट कम फीस में छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। इसके लिए संस्था साधुवाद की पात्र है। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में योग्य बनाने के लिए शिक्षकों के साथ-साथ आपको अपने अभिभावकों का भी कृतज्ञ होना चहिए। कहा कि डिग्री लेकर शैक्षणिक यात्रा बंद न करें, निरंतर पढ़ते रहें। अध्ययनरत छात्र भी पूरे मनोयोग से पढ़ाई करें। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि संस्था के छात्र-छात्राएं लगातार उन्नति की नई बुलंदियों को प्राप्त कर रहे हैं। तकनीकी विश्वविद्यालय के दिशा निर्देशों के अनुसार छात्र छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा उपलब्ध कराने और उनका चहुंमुखी विकास करने के लिए संस्थान कटिबद्ध है। निदेशक वैभव शर्मा ने इंस्टीट्यूट की प्रगति रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि आज उपाधिधारक छात्रों के लिए यादगार दिन है। साथ-साथ चिंतन और मनन का भी दिन है। इंस्टीट्यूट की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए निदेशक वैभव शर्मा ने कहा कि वंचित व निर्धन वर्ग के छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए गुरु निरंजन देव वेलफेयर सोसायटी ने वर्ष 2008 में रामानंद इंस्टीट्यूट की नींव रखी थी। जिसे पूरी क्षमताओं के साथ साकार किया जा रहा है। इस दौरान कुलपति प्रो.ओंकार सिंह ने उपाधिधारकों को शपथ दिलाई कि अपने तकनीकी ज्ञान का प्रयोग सत्यनिष्ठा से मानव सेवा के लिए करेंगे। इस दौरान संस्थान के छात्र छात्राओं ने भव्य सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर एसएमजेएन पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सदस्य आरके शर्मा, प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा, डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने भी छात्र छात्राओं को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर प्रतियोगिताओं के विजेताओं के साथ-साथ एकेडमिक और विभागीय स्तर पर मैनेजमेंट विभाग से कृति जैन,कॉमर्स से हिमानी चौहान, बी फार्मा से प्रियंका देवी, डी फार्मा से नैना, बीटेक से सचिन कुमार विश्नोई, पॉलिटेक्निक विभाग से संदीप बर्मन, सर्वाधिक सेवा के तौर पर अमित कुमार आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुरस्कृत किया गया। सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने पर फार्मेसी विभाग को निरंजनी ट्रॉफी से नवाजा गया। इस अवसर पर निदेशक वैभव शर्मा,अश्वनी जगता,आरए शर्मा,डा.मयंक गुप्ता,मनुज उनियाल,सूरज राजपूत, सचिन विश्नोई, कुसुम,मनोज,प्रियंका,शिल्पा,अश्वनी,नवीन,साक्षी,अंकित,अमित,हिमानी,हिमांशु,कविता, कोमल,कृति,रक्षिता,रोहित,विवेक,हर्षिल,संदीप,संगीता,शिव,श्वेता,दिव्या,नैना,मंजीत,अनुराधा,कनिष्का, प्रज्वल,रेणुका,शगुन,विश्वजीत,मोनिका,पवन,निशि,संजय,सौरभ,शिखा,रबिता,शिवांगी,क्षितिज, दीपक, तुबा, प्रज्ञा,सुशील,तरन्नुम, दिनेश,दीपक, राहुल,आशु,मयंक, शिवानु दीप आदि ने सहयोग किया। 


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