हरिद्वार। सहजयोग ध्यानकेन्द्र की संस्थापिका निर्मलादेवी माताजी का जन्म शताब्दी समारोह 21 मार्च को देशभर सहित विश्व के 80 से ज्यादा देशों में सहजयोग के अनुयायियों द्वारा मनाया जा रहा है। विदित हो कि माता निर्मलादेवी का जन्म 21 मार्च 1923 को मध्य प्रदेश के छिन्वाड़ा में हुआ था। 05 मई 1970 को उन्होंने सहजयोग ध्यानकेन्द्र की स्थापना की। लता जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिद्वार स्थित माता निर्मला देवी के अनुयायियों द्वारा जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर सामूहिक सहज योग ध्यान केंद्र, जगजीतपुर में रविवार को प्रातः 10ः30 बजे नियमित साप्ताहिक निःशुल्क सहजयोग ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर विशेष सभा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कोई भी सत्य का साधक यहां आकर कुंडलिनी जागरण के द्वारा अपना आत्मसाक्षात्कार प्राप्त कर सकता है और नियमित सहज योग ध्यान प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। उन्होंने अनुयायियों व स्थानीय जनता से इस आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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