हरिद्वार।देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित पुस्तकालय प्रणाली पर सूचना संचार तकनीकी का प्रभाव विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज समापन हो गया। दो दिन चले इस संगोष्ठी में उत्तराखण्ड,उप्र, दिल्ली, पंजाब, आदि राज्यों से आये 25 शोधार्थी ने अपने शोध पत्र पढ़े। सभी ने पुस्तकालय की महत्व एवं आवश्यकता पर बल देते हुए ई पुस्तकालय के प्रति बढ़ते युवाओं की रुझान की सराहना की। साहित्य मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त होता हैं। जैसे व्यक्ति अपने दोस्त का हर पल, हर घड़ी,हर मुश्किल में साथ देते हैं,वैसे ही साहित्य भी हर विषम परिस्थिति में मनुष्य की सहायक होती है। साहित्यों में समस्त समस्याओं का समाधान छुपा हुआ होता है। इस अवसर पर दिल्ली के डॉ.एचजी होसामणि, हरियाणा के डॉ. राजीव वशिष्ठ,जमशेदपुर के डॉ एसपी गुप्ता,उत्तरांचल विवि के डॉ रामवीर तनवर आदि ने अपने कई दशकों के पुस्तकालय चलाने के अनुभवों को साझा किया।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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