हरिद्वार। विश्व गुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज की उत्तर प्रदेश के जनपद की जिला इकाई द्वारा आयोजित होली मिलन एवं सम्मान समारोह का संगठन के संस्थापक संरक्षक सतीश गिरी, महेश पुरी, विशाल भारती, राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश गिरी कमल, राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद गिरी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बृजेश गिरी, राष्ट्रीय संरक्षक उमा शंकर गिरी, प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज गिरी, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश संरक्षक उर्मिला गिरी ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश गिरी कमल ने गोस्वामी समाज से अपील करते हुए कहा कि देश के प्रत्येक प्रांत में संगठन द्वारा सामाजिक समरसता के लिए सम्मेलन आयोजित कर सर्व समाज के लोगों को सनातन धर्म और संस्कृति की ओर प्रेरित करना होगा। होली मिलन सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद गिरी ने कहा कि सनातन धर्म और संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के लिए दशनाम गोस्वामी समाज पुरातन काल से लेकर आज तक सर्व समाज में समरसता का भाव पैदा कर समाज को जागरूक करने में लगा है। उन्होंने कहा कि गोस्वामी समाज के लोगो को अपने बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देकर सर्व समाज में सनातन धर्म संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज मे सामाजिक समरसता के लिए देश भर में गोस्वामी समाज सम्मेलन आयोजित करेगा। प्रमोद गिरी ने कहा कि धार्मिक नगरी हरिद्वार में दशनाम गोस्वामी समाज सन्त सम्मेलन आयोजित कर देश में गोस्वामी समाज की दिशा बदलने का काम करेगा। होली मिलन सम्मान समारोह में जिला अध्यक्ष आगरा राम कुमार गिरी, जिला अध्यक्ष कासगंज राघवेंद्र गिरी, आचार्य मुकुल गोस्वामी सहित गोस्वामी समाज के सैंकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया। होली मिलन सम्मान समारोह के संयोजक जिलाध्यक्ष एटा प्रमोद गिरी व जिला महासचिव संदीप गिरी, कोषाध्यक्ष राजकुमार गिरी, जिला अध्यक्ष (महिला प्रकोष्ठ) सीमा गिरी ने सम्मेलन में पधारे सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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