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पतंजलि विश्वविद्यालय में त्रिदिवसीय अभ्युदय खेल महोत्सव का आयोजन

 जीवन में सभी चिंताओं से मुक्ति का माध्यम है खेलः डॉ0 साध्वी देवप्रिया


हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय में त्रिदिवसीय अभ्युदय खेल महोत्सव का आयोजन पतंजलि विश्वविद्यालय एवं पतंजलि आयुर्वेद कालेज के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। अभ्युदय खेल महोत्सव का उद्घाटन विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो0 महावीर अग्रवाल एवं कुलानुशासिका एवं संकायाध्यक्षा मानविकी तथा प्राच्य अध्ययन संकाय डॉ0 साध्वी देवप्रिया ने यज्ञ कर किया। इस अवसर पर डॉ0 साध्वी देवप्रिया ने विद्यार्थियों को खेलों की प्रासंगिकता व उनके महत्व के विषय में बताते हुए कहा कि खेल के माध्यम से व्यक्ति जीवन की सभी चिंताओं से मुक्त हो जाता है। खेल व्यक्ति के शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रति-कुलपति प्रो0 महावीर ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल में हीनता की ग्रन्थि को छोड़कर आत्मदर्शन, आत्मचिंतन और आत्म प्रतिस्पर्धा को आत्मसात करना चाहिए। स्वयं से प्रतिस्पर्धा जीवन को उन्नति के मार्ग पर चलायमान करता है। जिस प्रकार सूर्य अन्धेरे को हटाकर प्रकाश उत्पन्न करता है उसी प्रकार आप भी विश्व में व्याप्त व्याधियों के अंधकार को दूर कर स्वामी रामदेव के स्वप्न को साकार करने हेतू अखण्ड-प्रचण्ड पुरूषार्थ से लग जायें। पतंजलि हर्बल रिसर्च डिविजन की प्रमुख डॉ.वेदप्रिया आर्य ने कहा कि खेलों के द्वारा शारीरिक और मानसिक विकास होगा जिससे व्यक्ति के कार्य क्षमता में वृद्धि होगी और राष्ट्र का विकास होगा। कार्यक्रम का संचालन कर रहे अभ्युदय खेल महोत्सव के संयोजक डॉ0 नरेन्द्र सिंह ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में वालीबाल, कबड्डी, खो-खो, बैडमिन्टन, रस्साकसी इत्यादि खेल प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। कार्यक्रम में पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ0 प्रवीण पुनिया,परीक्षा नियंत्रक डॉ0 अरविन्द कुमार सिंह,कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव,भारत स्वाभिमान के मुख्य केन्द्रीय प्रभारी स्वामी परमार्थदेव,पतंजलि आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ0 अनिल कुमार,योग विज्ञान के संकायाध्यक्ष डॉ0 ओम नारायण तिवारी तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापक आदि उपस्थित रहे।


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