हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में उत्तर रेलवे के कर्मचारियों का 123वाँ प्रबंधन शिविर का आज समापन हो गया। मुरादाबाद मण्डल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक चेतन तनेजा, मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीमती अंजू सिंह, हरिद्वार के सीएमआई अश्वनी आदि ने समय समय पर शिविर में पहुँच कर कर्मचारियों को प्रबंधन करने के गुर सिखाये।पांच दिन तक चले प्रबंधन शिविर को शांतिकुंज के विषय विशेषज्ञों ने भी संबोधित करते हुए जीवन जीने की कला, तनाव प्रबंधन, समय प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। कहा कि मनुष्य की सफलता की सीढ़ी मेहनत एवं लगन है। अपने कार्यों के प्रति ईमानदारी, जवाबदारी, समझदारी एवं बहादुरी आवश्यक है।उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का गायत्री तीर्थ आगमन पर शांतिकुंज के व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा ने पुष्प गुच्छ, गायत्री महामंत्र लिखित मंत्र चादर एवं युग साहित्य भेंटकर सम्मानित किया। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने युगऋषिद्वय की पावन समाधि मे पुष्पांजलि अर्पित कर सर्वे भवन्तु सुखिनः की प्रार्थना की। इस शिविर में मुरादाबाद मण्डल, प्रयागराज मडल, झांसी मंडल, आगरा मंडल, सिथौली मंडल आदि से कुल 34 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment