हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में उत्तर रेलवे के कर्मचारियों का 123वाँ प्रबंधन शिविर का आज समापन हो गया। मुरादाबाद मण्डल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक चेतन तनेजा, मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्रीमती अंजू सिंह, हरिद्वार के सीएमआई अश्वनी आदि ने समय समय पर शिविर में पहुँच कर कर्मचारियों को प्रबंधन करने के गुर सिखाये।पांच दिन तक चले प्रबंधन शिविर को शांतिकुंज के विषय विशेषज्ञों ने भी संबोधित करते हुए जीवन जीने की कला, तनाव प्रबंधन, समय प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। कहा कि मनुष्य की सफलता की सीढ़ी मेहनत एवं लगन है। अपने कार्यों के प्रति ईमानदारी, जवाबदारी, समझदारी एवं बहादुरी आवश्यक है।उत्तर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का गायत्री तीर्थ आगमन पर शांतिकुंज के व्यवस्थापक महेन्द्र शर्मा ने पुष्प गुच्छ, गायत्री महामंत्र लिखित मंत्र चादर एवं युग साहित्य भेंटकर सम्मानित किया। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने युगऋषिद्वय की पावन समाधि मे पुष्पांजलि अर्पित कर सर्वे भवन्तु सुखिनः की प्रार्थना की। इस शिविर में मुरादाबाद मण्डल, प्रयागराज मडल, झांसी मंडल, आगरा मंडल, सिथौली मंडल आदि से कुल 34 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment