हरिद्वार। श्री सिद्ध पीठ वैष्णों देवी गुफा वाले मंदिर में नवरात्रों के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष अनुष्ठान के समापन पर 51कन्याओं का पूजन कर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए विद्यापीठ के परमाध्यक्ष स्वामी आदि योगी महाराज ने कहा कि नवरात्र सनातन संस्कृति में मनाए जाने वाले धार्मिक उत्सवों में महत्वपूर्ण उत्सव हैं। नवरात्रों के दौरान की जाने वाली आराधना से प्रसन्न होकर माता वैष्णा देवी भक्तों के समस्त कष्टों को दूर कर वैभव व सुख समृद्धि प्रदान करती हैं। सभी को नवरात्र के नौ दिनों में विधि विधान से मां वैष्णों देवी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। श्री सिद्ध पीठ वैष्णों देवी गुफा वाले मंदिर के संचालन भक्त दुर्गादास ने कहा कि देवी दुर्गा के सभी नौ स्वरूप परम कल्याणकारी हैं। विधि विधान से की गयी मां भगवती की आराधना से समस्त शोक, संताप दरिद्रता दूर होती है। परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि 11 विद्वान ब्राह्मणों के सानिध्य में आयोजित किए गए अनुष्ठान के माध्यम से समस्त विश्व का कल्याण होगा। महंत सूरज दास महाराज ने कहा कि नवरात्र में देवी दुर्गा के ध्यान और पूजा अर्चना से साधक के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि आदि शक्ति मां दंुर्गा की कृपा से समस्त विकार दूर होते हैं और जीवन में प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है। इस अवसर पर स्वामी पारस मुनि,आईडी शर्मा,डा.ओमप्रकाश बंसल,पंडित हेमंत थपलियाल, पंडित हीरा जोशी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त सम्मिलित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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