हरिद्वार। चैत्र नवरात्र से शुरू हुए हिंदू नव वर्ष के अवसर पर श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में शास्त्री नगर ज्वालापुर में श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया। ज्वालापुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित शिव विहार मंदिर से कथा स्थल तक निकाली गयी कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु सम्मिलित हुई। कथाव्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को श्रीमद् देवी भागवत महात्म की कथा का श्रवण कराते हुए बताया पांडव वंश के राजा परीक्षित ने शमिक मुनि का अपमान किया तो शमिक मुनि के पुत्र श्रृंगी ऋषि ने राजा परीक्षित को श्राप दिया कि उनके पिता का अपमान करने वाले की तक्षक नाम के सर्प के डसने से मृत्यु होगी। समय आने पर तक्षक सर्प द्वारा राजा परीक्षित की मृत्यु हो गयी। राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय ने अपने पिता के मोक्ष के लिए वेदव्यास महाराज से श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण किया। किथा के प्रभाव से राजा परीक्षित मोक्ष प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु भक्त नवरात्र में नौ दिनों तक मां भगवती का पूजन व आराधना करते हैं। मां की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। इस अवसर पर मुख्य जजमान मीनू सचदेवा, संजय सचदेवा, नीतू शर्मा,आदेश शर्मा,संतोष बब्बर, पुष्पा श्रीवास्तव, सुभाष ग्रोवर, अरुण सिंह राणा, भावना अरोड़ा, प्रमिला बब्बर, पूजा अरोड़ा, वीना आहूजा, राजेंद्र कटारिया मौजूद रहे।
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