हरिद्वार। देवभूमि भैरव सेना संगठन के जिला अध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने प्रधानमंत्री को पत्र प्रेषित कर धर्मनगरी में संचालित मांस की दुकानों को नगर निगम क्षेत्र बाहर स्थांनातरित करने की मांग की है। पाहवा ने कार्रवाई नहीं होने पर प्राण त्यागने की चेतावनी भी दी है। चरणजीत पाहवा ने कहा कि हरिद्वार विश्व प्रसिद्ध धर्मनगरी है। लेकिन धर्मनगरी में अवैध रूप से संचालित मांस व शराब के कारोबार से धर्मनगरी की मर्यादा तार तार हो रही है। मांस विक्रेताओं द्वारा काटे जाने वाले पशुओं का खून व वेस्ट नालों में बहकर सीधे गंगा में जा रहा है। इस संबंध में कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की जा रही है। पाहवा ने कहा कि मांस का कारोबार कर रहे लोगों के पास वैध लाईसेंस तक नहीं है। बिना लाइसेंस व एनओसी के ही मांस का कारोबार संचालित किया जा रहा है। उत्तराखंड बनने से पहले शराब का ठेका हरकी पैड़ी से 25 किलोमीटर दूर था। लेकिन धीरे धीरे शराब का ठेका नगर निगम क्षेत्र में ही खुल गया है। जिससे धर्मनगरी की मर्यादा को ठेस पहुंच रही है। पाहवा ने कहा कि वे लंबे समय से मांस की दुकानों को नगर निगम क्षेत्र से बाहर करने की मांग कर रहे हैं। इसी संघर्ष के बीच वे एक बार आत्मदाह का प्रयास भी कर चुके हैं। इसके बावजूद प्रशासन इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे किसी के खाने पीने के खिलाफ नहीं है। लेकिन धर्मनगरी की मर्यादा का ख्याल रखते हुए मांस व शराब के कारोबार को नगर निगम की सीमा से बाहर किया जाना चाहिए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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