हरिद्वार। पंजाब से फरार खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल को लेकर उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है उतयरखण्ड के कई जिलों के साथ ही धर्मनगरी हरिद्वार में अलर्ट किया गया है और पुलिस अमृतपाल की तलाश के लिए जुट गई है। एसएसपी अजय सिंह ने जनपद की सभी सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाने,तमाम धर्मशालाओं, आश्रमों और होटलों की सघन चेकिंग करने,तमाम चौराहों और जिले की सीमाओं पर आने वाले वाहनों को चेक करने के निर्देश दिए है, साथ ही खुफिया तंत्र को भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि पंजाब पुलिस की ओर से प्राप्त इंटेलिजेंस के आधार पर जनपद में पुलिस भी अलर्ट हो गई है। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार अमृतपाल के संबंध में जो इनपुट्स प्राप्त हुए हैं मुख्यालय से भी निर्देश प्राप्त हुए हैं इसको देखते हुए संदिग्धता के आधार पर जो हमारे इंटरस्टेट बॉर्डर्स हैं वहां पर भी निर्देश दिए गए हैं कि आकस्मिक रूप से चेकिंग चलती रहे, साथ ही साथ हमने अपने थाना प्रभारियों को लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को भी सतर्क किया हुआ है। हमारे जो भी गुरुद्वारे हैं जो भी धार्मिक स्थल है जो हमारे होटल या लॉज है वह भी रेंडमली चेक करने के लिए कहा गया है जो सतर्कता के निर्देश मुख्यालय स्तर से प्राप्त हुए हैं या जो इनपुट ऐसा प्राप्त हो रहा है उसे समस्त जितने अधीनस्थ कर्मचारी हैं उनको भी शेयर किया जा रहा है ताकि चेकिंग की जा सके जैसे कि कोई संदिग्ध दिखता है या ऐसी कोई जानकारी मिलती है तो उस पर कार्रवाई की जा सके।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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