हरिद्वार। पुलिस ने ऑपरेशन मुक्ति भिक्षा नहीं शिक्षा दें अभियान के तहत घर से भागकर आए और हरकी पैड़ी पर भिक्षा मांग कर जीवन बसर रहे दो बच्चों को रेस्क्यू किया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम के प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र कठैत ने बताया कि एएचटीयू की नोडल अधिकारी सुश्री निहारिका सेमवाल पर्यवेक्षण में काम रही टीम ने विभिन्न कारणों से भिक्षावृत्ति में लिप्त बालक बालिकाओं को भिक्षाटन से हटाकर उनके बचपन को बचाने तथा भविष्य उज्जवल बनाने के लिए उन्हे शिक्षा के मार्ग पर लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत घर से भागकर हर की पैड़ी आए 12 वर्षीय प्रिंस पुत्र लाल बहादुर निवासी गाजीपुर, थाना मधुबन, मऊ उत्तर प्रदेश एवं 16 वर्षीय अजीत पुत्र स्वर्गीय विनोद दास निवासी ग्राम कलियापुर थाना कलियापुर चौक बिहार को भिक्षावृत्ति करते हुए बरामद किया। दोनों बालक घर पर मन ना लगने के कारण भागकर यहां आ गए थे और भिक्षावृत्ति में मिले पैसे से छोटा मोटा नशा कर भंडारों में खाना खाकर अपना गुजारा कर रहे थे। बच्चों का चिकित्सा परीक्षण एवं कोविड जांच के उपरांत बाल कल्याण समिति रोशनाबाद के निर्देश पर बाल गृह रोशनाबाद में प्रविष्ट कराया गया। परिजनों के संबंध में सोशल मीडिया समाचार पत्रों व अन्य माध्यमों के द्वारा जानकारी की जा रही है ताकी बच्चों को उनके सुपुर्द किया जा सके। बच्चों को बरामद करने वाली टीम में प्रभारी राकेंद्र कठैत, आरक्षी जितेंद्र व आरक्षी चालक दीपक चंद्र आदि शामिल रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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