हरिद्वार। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में आयोजित विशेष नवरात्र अनुष्ठान के दौरान भक्तों को मां भगवती की महिमा से अवगत कराते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक देवी भगवती के अलग अलग स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्रों में की गयी देवी भगवती के विभिन्न स्वरूपों की पूजा साधक के अंर्तमन में व्याप्त समस्त विकारों को दूर करती है। जिससे साधक की अंर्तचेतना जागृत होती है और उसे भगवती का सानिध्य और कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक श्रद्धालु भक्त को पूर्ण निष्ठा व विधि विधान से नौ दिनों तक मां भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। नवरात्रों में की गयी मां दुर्गा की आराधना भक्त को अमोघ फल प्रदान करती है। भक्तों की आराधना से प्रसन्न होकर मां भगवती भक्तों के सभी संकट दूर कर सुख समृद्धि प्रदान करती है। इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी,महंत केशव पुरी,महंत नरेश गिरी,महंत ओंकार गिरी, महंत राधे गिरी,महंत शिव वन,दिगंबर राधेश्याम पुरी,दिगंबर नीलकंठ गिरी,दिगंबर बलवीर पुरी, दिगंबर राजगिरी,दिगंबर आनन्द गिरी,दिगंबर राकेश गिरी,दिगंबर सुखदेव पुरी,दिगंबर गंगा गिरी,दिगंबर रतन गिरी,दिगंबर उमेश भारती,दिगंबर राजेंद्र भारती,स्वामी आशुतोष पुरी,स्वामी रघुवन,दिगंबर विनोद गिरी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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