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सांसद निशंक ने लिया श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज से आशीर्वाद


 हरिद्वार। पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल पहुंचकर श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज से आशीर्वाद लिया। अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज एवं अखाड़े की एक्कड़ कला शाखा के महंत अमनदीप सिंह महाराज व अन्य संतों ने फूलमाला पहनाकर डा.रमेश पोखरियाल निशंक का स्वागत किया। डा.निशंक को आशीर्वाद प्रदान करते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि धर्मसत्ता और राज सत्ता के सम्मिश्रण से ही भारत विश्व गुरू की पदवी पर आसीन होगा। उन्होंने कहा कि डा.निशंक का संत समाज के प्रति भक्ति भाव प्रशंसनीय है। डा.रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति विश्व में अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति के संरक्षण में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल का सदैव अहम योगदान रहा है। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि श्री महंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के नेतृत्व में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल धर्म के प्रचार प्रसार के साथ मानव सेवा में भी योगदान कर रहा है। इस अवसर पर महंत अमनदीप सिंह,महंत जसकरण सिंह,महंत खेम सिंह,महंत निर्भय सिंह,महंत बलवीर सिंह,महंत देवेंद्र सिंह,संत विष्णु सिंह,संत रवि सिंह,संत सहज सिंह आदि ने डा.रमेश पोखरियाल निशंक का स्वागत किया। 


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

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