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गंगा पुष्कर समारोह में भाग लेने हरिद्वार पहुंचे महामहिम राज्यपाल ला गणेशन

 हरिद्वार। बिड़ला घाट के निकट मकर वाहिनी गंगा मन्दिर परिसर में आयोजित गंगा पुष्कर समारोह में पहुचे नागालैंड के महामहिम राज्यपाल ला गणेशन ने शिरकत करते हुए पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होने आयोजन को लेकर जानकारी ली। कांची कामाकोटी पीठ तथा महालक्ष्मी चैरिटेबल ट्रस्ट चेन्नई के द्वारा आयोजित गंगा पुष्कर समारोह मे बतौर मुख्य अतिथि पधारे महामहिम राज्यपाल ला गणेशन ने कहा कि गंगा पुष्कर समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह बहुत ही पावन और पुण्य अवसर है। इस दौरान मां गंगा में स्नान करने वालों को अक्षुण्ण फलों की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया की मां गंगा की पावन धरा हरिद्वार में गंगा के तट पर मां मकर वाहिनी मंदिर में आयोजित इस भव्य समारोह में भाग लेकर उन्हें बहुत अच्छा लगा। ऐसे भव्य आयोजन से हमारे देश की संस्कृति को विभिन्न प्रांतों में रहने वालें लोगों को एक दूसरे को हमारी संस्कृति को जानने का अवसर प्रदान करते हैं। आर एस दवे से भेंट वार्ता के दौरान उन्होंने बताया गुरु भगवान हर राशि के नाम की एक नदी है। मेष राशि गंगाजी की है। गुरु भगवान मीन राशि से मेष राशि में आए हैं इस पावन बेला के अवसर पर 22अप्रैल से हर की पौड़ी से यह फेस्टिवल शुरू हुआ 3 मई तक चलेगा। इस आयोजन के अवसर पर मां मकर वाहिनी मंदिर निकट बिरला घाट मे निरंतर यज्ञ अनुष्ठान आहुति तथा अन्य पूजा-अर्चना के साथ साथ प्रतिदिन भोजन भंडारा अन्नदान जैसे परमार्थ कार्य निरंतर चल रहा है। महामहिम राज्यपाल ने विधि पूर्वक मां मकर वाहिनी मंदिर में पूजा अर्चना की तत्पश्चात धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रमों में श्रद्धापूर्वक परिवार सहित भाग लिया।


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गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।