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सनातन मूल्यों व मानकों तथा पार्टी के सिद्धांतों के साथ लोकसभा चुनाव में उतरेगा एकम सनातन भारत दल-अंकुर शर्मा

एकम सनातन भारत दल का अधिवेशन संपन्न


 हरिद्वार। रविवार को जयराम आश्रम में नवगठित राजनैतिक दल एकम सनातन भारत की प्रथम अधिवेशन बैठक संपन्न हुई। बैठक में देश भर से आए दल के एक हजार से अधिक सदस्यों ने हिस्सा लिया। पार्टी का गठन एडवोकेट अंकुर शर्मा ने 27 मार्च 2023 को जम्मू में किया था। बैठक को संबोधित करते हुए दल के अध्यक्ष एडवोकेट अंकुर शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद सनातन मूल्यों व मानकों को सामने रख कर चुनाव में उतरने वाली एकम सनातन भारत दल पहली राजनीति पार्टी है। पार्टी ने अपने घोषित सिद्धांत व मूल्यों को लेकर 2024 के लोकसभा चुनाव में उतरेगी। पदाधिकारियों और सदस्यों से विचार विमर्श के बाद पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया जाएगा। इसके लिए देश की जनता की राय भी ली जा रही है। अंकुर शर्मा ने कहा कि एकम् सनातन भारत दल एक राजनीतिक दल से अधिक एक आंदोलन हैं। जिसका उद्देश्य सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण और सनातन समाज, मंदिर एवं गौवंश की सुरक्षा करना है। पार्टी अपने सात सूत्रों के अनुसार ही कार्य करेगी। दल के सात सूत्र पूरी तरह से सनातन संस्कृति एवं समाज के लिए ही समर्पित हैं। अंकुर शर्मा ने कहा कि हिन्दू वोटों के दम पर सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी ने एक भी ऐसा कार्य नहीं किया है जो कि हिन्दुओं के लिए लाभकारी हो। वहीं दूसरी ओर अन्य धार्मिक समुदायों को तृप्तीकरण के नाम पर खूब लाभ दिया जा रहा है। भाजपा 2014 से लगातार सत्ता में है परन्तु अभी तक गौवंश के वध पर रोक नहीं लगाई गई है। हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त नहीं किया गया और संविधान की मर्यादा को ताक पर रखकर अल्पसंख्यक तृप्तीकरण को अंजाम दे रही है। इन सभी बिंदुओं को एकम सनातन भारत दल सनातनधर्मी जनता के बीच ले जाएगा और बताएगा कि आपका असली मुद्दा क्या है, और कैसे सारी राजनीतिक पार्टियां आपको आपस में लड़ा कर और विभाजित कर आपको आपके असली मुद्दे से दूर रखे हुए है। अंकुर शर्मा ने दल के सात सूत्र जारी करते हुए कहा कि संविधान में संशोधन कर केवल 5 प्रतिशत से कम जनसंख्या वाले समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा देना। मंदिर और मठों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करवाना। कश्मीर स्थित भगवान भास्कर के प्राचीन मार्तंड सूर्य मंदिर की पुनर्स्थापना करना। जम्मू कश्मीर का पुनर्गठन कर कश्मीर को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बाँटकर हिंदू बहुल जम्मू संभाग को स्वतंत्र राज्य बनाना। गो-वध पर संपूर्ण प्रतिबंध। गाय, गंगा और रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करना। वक्फ एक्ट, प्लेसेस ऑफ वर्सशिप एक्ट 1991 एवं सच्चर कमेटी के क्रियान्वयन को तत्काल निरस्त करना। सीएए का तत्काल क्रियान्वयन। संविधान के अनुच्छेद 30 को संशोधित कर हिंदुओं को भी अपने स्वायत शिक्षण संस्थान स्थापित एवं संचालित करने का मौलिक अधिकार देना। धर्मांतरण पर पूरी तरह से रोक लगाना। जनसांख्यिकी हमले को रोकना और जनसांख्यिकी संतुलन स्थापित करना। केवल विकास नहीं, अध्यात्म, संस्कृति, इतिहास, क्षेत्रीय भाषा और पर्यावरण के साथ संपूर्ण विकास दल के प्रमुख सूत्र हैं। अंकुर शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य अन्य सभी पार्टियों के हिन्दू विरोधी क्रिया कलापों को उजागर करना तथा उन्हें प्रतिरोध प्रदान करना है। उन्होंने ने यह भी कहा कि नई पार्टी भारत के सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों के संरक्षण एवं संवर्धन पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पार्टी देशवासियों की आवश्यकताओं को केंद्र में रखते हुए देश के समग्र विकास की दिशा में काम करेगी। अन्य राज्यों में भी अधिवेशन आयोजित कर लोगों को पार्टी से जोड़ा जाएगा। अधिवेशन में संदीप देव, अमरदीप एवं देश के विभिन्न राज्यों से आए कार्यकर्ताओं ने बड़ चढ़ कर भाग लिया।


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