हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने सभी को बैशाखी की बधाई देते हुए कहा कि बैशाखी सनातन धर्म संस्कृति का प्रमुख पर्व है। संत समाज व श्रद्धालु जन उत्साह व श्रद्धा भाव से बैशाखी पर्व मनाते हैं। बैशाखी पर्व के अवसर पर ही गुरू गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। बैशाखी के दिन ही हरमिन्दर सिंह साहिब सरोवर की महत्ता प्रकट हुई थी। उन्होंने कहा कि बैशाखी पर गंगा स्नान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर आश्रमों, मठ, मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि बैशाखी पर्व के अवसर पर श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में श्री गुरू ग्रंथ साहिब का अखण्ड पाठ व शबद कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। हरिद्वार की पावन धरती पर संत महापुरूषों का सानिध्य व गंगा स्नान का अवसर सौभाग्य से मिलता है। सभी को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए। इस दौरान महंत खेम सिंह, महंत अमनदीप सिंह, संत जरनैल सिंह,महंत निर्भय सिंह,महंत बीर सिंह,संत विष्णु सिंह,संत जसकरण सिंह आदि संत मौजूद रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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