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विदेशी श्रद्धालुओं ने लिया निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद

 


हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति से हमेशा ही दुनिया को मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है। सनातन धर्म संस्कृति की विशेषताओं से पाश्चात्य जगत भी प्रभावित हो रहा है। श्री दक्षिण काली मंदिर में अमेरिका,जापान,थाईलैंड,चीन,ऑस्ट्रेलिया आदि देशों से आए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि प्राचीन ऋषि मुनियो द्वारा प्रतिपादित योग व अध्यात्म से जुड़कर ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। संत महापुरूषों ने हमेशा ही समाज को ज्ञान व अध्यात्म की प्रेरणा देने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति की विकृतियों से परेशान होकर पाश्चात्य जगत संतों के सानिध्य में आकर सनातन धर्म संस्कृति को अपना रहा है। जो कि भारत के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति व अध्यात्म के बल पर शीघ्र ही भारत विश्व गुरू की पदवी पर आसीन होकर पूरी दुनिया का नेतृत्व करेगा। श्रद्धालुओं को गंगा की महिमा से अवगत कराते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मानव कल्याण के लिए धरती पर अवतरित हुई मां गंगा अनादि काल से मनुष्य को मोक्ष प्रदान कर रही है। मां गंगा के जल में स्नान करने व गंगा जल का आचमन करने मात्र से ही मानव के कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो जाता है। पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के संतों ने विश्वस्तर पर सनातन धर्म संस्कृति का जो स्वरूप प्रस्तुत किया है। उससे पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है।  महर्षि वेदव्यासानंद ने कहा कि सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति अद्भूत और विश्व में अद्वितीय है। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार करते हुए लोगों को अध्यात्म से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर महर्षि स्वामी वेदव्यासानंद,पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत,बिहार के व्यवसायी हिमांशु मिश्रा, माया यादव,रजनी चौहान,वासुदेव,अमिका,स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी,चरण सिंह आदि मौजूद रहे। 


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