हरिद्वार। सेवा भारती हरिद्वार द्वारा वार्षिकोत्सव 2023 का आयोजन क्रिस्टल वर्ल्ड पार्क में किया गया। इस अवसर पर हरिद्वार के विभिन्न संस्कार केंद्रों के छात्र.छात्राएं तथा सेवा भारती हरिद्वार के पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित थे। हरिद्वार नगर अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने सभी अतिथिगण व सदस्यों का स्वागत किया। जिला अध्यक्ष डॉ अजय पाठक ने सेवा भारती के कार्य तथा उद्येश्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरिद्वार के मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि अभावग्रस्त क्षेत्रों मे बच्चों को संस्कार देने से समाज तथा देश की उन्नती में बच्चों की सहभागिता बढ़ती है। मुख्य अतिथि तथा सेवा भारती के प्रांतीय अध्यक्ष नरेंद्र पाल रावत ने सेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले प्रमुख समाज सेवियो तथा साँस्कृतिक प्रस्तुती में प्रतिभाग करने वाले बच्चों कों पुरस्कृत किया। सेवा भारती के संस्कार केन्द्रों के बच्चों ने उत्तराखंड के लोक गीतो और देश भक्ति के गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी। हरिद्वार के नगर सचिव डॉ महेंद्र सिंह असवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा, नगर कोषाध्यक्ष धर्मानंद कडंवाल, जिला मंत्री दिनेश चंद्र सकलानी, एस के गर्ग, जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश डूडेजा, प्रांतीय मंत्री सुधांशु वत्स, प्रांतीय मातृ मंडल अध्यक्ष सुनीता भटट्, सुभाष चंद्र हंस ने भी विचार व्यक्त किए। सेवा भारती द्वारा इस दौरान विभिन्न सेवा कार्यों में सहयोग करने वाले ज्ञानेश अग्रवाल निदेशक हिमालय इको पार्क, डाक्टर दीपक कुमार, आर के मिशन अस्पताल लाल सिंह, तथा चौधरी विनोद रजनी गोयल मधुबाला गर्ग को सम्मानित किया। विभिन्न केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए उपहार भी प्रदान किए तथा शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। प्रांतीय संरक्षक एमसी काला ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है बच्चों को विभिन्न माध्यमों से अपना ज्ञानवर्धक करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। एमसी काला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर ललित पांडे सीमा चौहान जिला कोषाध्यक्ष एमके अग्रवाल सतीश चंद शर्मा सीपी शर्मा धर्मानंद कंडवाल वर्षा पाल आरती सैनी रूबी शीतल प्रताप सिंह रमेश बघेल सहित शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहें।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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