Skip to main content

भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन ने की किसानों को एमएसपी देने की मांग

 एमएसपी नहीं देने पर सरकार को चुनावों में जवाब देंगे किसान-सोमदत्त शर्मा 


हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष सोमदत्त शर्मा ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने किसानों को एमएसपी नहीं दिया तो आने वाले चुनाव में किसान इसका जवाब सरकार को देंगे। उन्होंने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून दो और वोट लो। नहीं देने पर पूरे देश के किसान सरकार के खिलाफ वोट देंगे। बुधवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सोमदत्त शर्मा ने कहा कि उन्होंने गंगा की पूजा अर्चना कर शपथ ली है कि हरिद्वार को पॉलिथीन मुक्त करने में सहयोग एवं समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में एमएसपी कानून गारंटी कानून लागू करने की मांग को लेकर देश भर से किसानों द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र भेजा जा रहा है। किसानों को हर हाल में एमएसपी चाहिए। यदि सरकार किसानों की मांग नहीं मानती है तो आने वाले चुनाव में किसान इसका जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब उन्होंने एमएसपी गारंटी कानून की मांग उठाई थी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि एसएमपी है और रहेगी। अब इस कानून को प्रधानमंत्री पूरा करने का कार्य करें। उन्होंने उत्तराखंड में भौगोलिक स्थिति में बदलाव के कारण बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता जताते हुए सरकार से इस पर अंकुश लगाने की भी मांग की। कहा कि हरियाणा उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखंड में भी किसानों को बिजली फ्री मिले। पुलिस द्वारा किसानों किए जा किसानों के उत्पीड़न को रोका नहीं गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। प्रदेश की सब्जी मंडियों में किसानों से कमीशन के नाम पर अवैध वसूली व तरह-तरह के कर तत्काल बंद किए जाने चाहिए। प्रैसवार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, राष्ट्रीय सलाहकार अनिल शर्मा, मीडिया प्रभारी रमेश चौहान, जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, अक्षय चौधरी के अलावा प्रदेश प्रवक्ता कमलेश,मधुकांत,पूरन सिंह, राजीव सैनी, कन्हैया दीक्षित, विजय शर्मा,दिनेश,सुनील,पवन तथा राजवीर आदि मौजूद रहे। 


Comments

Popular posts from this blog

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

  हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेला अवधि के दौरान 127 शिवभक्त कांवडियों,श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया गया। 17 वर्षीय अरूण निवासी जालंधर, 24 वर्षीय मोनू निवासी बागपत, 18 वर्षीय अमन निवासी नई दिल्ली, 20 वर्षीय रमन गिरी निवासी कुरूक्षेत्र, 22 वर्षीय श्याम निवासी सराहनपुर, 23 वर्षीय संतोष निवासी मुरादाबाद, 18 वर्षीय संदीप निवासी रोहतक आदि को विभिन्न घाटों से बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा गंगा में डूबने से बचाया गया तथा साथ ही साथ प्राथमिक उपचार देकर उन सभी कांवडियों को चेतावनी दी गयी कि गंगा में सुरक्षित स्थानों में ही स्नान करें। कांवड़ मेला अवधि के दौरान बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल एवं रेड क्रास स्वयंसेवकों द्वारा गंगा के पुलों एवं घाटों पर माइकिं

गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

  हरिद्वार निखिल मंत्र विज्ञान एवं सिद्धाश्रम साधक परिवार की ओर से देवभूमि हरिद्वार के भूपतवाला स्थित स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम में सौभाग्य कीर्ति गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। इस पावन पर्व के अवसर पर स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम और आसपास का इलाका जय गुरुदेव व हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान रहा। परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद (डॉ नारायण दत्त श्रीमाली) एवं माता भगवती की दिव्य छत्रछाया में आयोजित इस महोत्सव को संबोधित करते हुए गुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने गुरु एवं शिष्य के संबंध की विस्तृत चर्चा करते हुए शिष्य को गुरु का ही प्रतिबिंब बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वयं को देखने के लिए दर्पण के पास जाना पड़ता है,उसी प्रकार शिष्य को गुरु के पास जाना पड़ता है, जहां वह अपनी ही छवि देखता है। क्योंकि शिष्य गुरु का ही प्रतिबिंब है और गुरु भी हर शिष्य में अपना ही प्रतिबिंब देखते हैं। गुरु में ही शिष्य है और शिष्य में ही गुरु है। गुरु पूर्णिमा शिष्यों के लिए के लिए जन्मों से ढोते आ रहे कर्त्तापन की गठरी को गुरु चरणों में विसर्जित कर गुरु आलिंगन में बंधने का दिवस