हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने अवगत कराया है कि शासन द्वारा दिनांक 23 मार्च,2023 को जारी शासनादेश के माध्यम से राज्य के राजकीय कार्यालयों,निगमोंध्स्वायत्तशासी संस्थानों में कार्यों को त्वरित, पारदर्शी एवं पेपरलेस बनाए जाने के उद्देश्य से ई-आफिस का संचालन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में मुख्य सचिव,उत्तराखण्ड शासन, सूचना प्रौद्योगिकी, सुराज एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी ने दिनांक 11 अप्रैल, 2023 को राज्य के राजकीय कार्यालयों निगमों स्वायत्तशासी संस्थानों के साथ-साथ 1 मई 2023 से उत्तराखण्ड सचिवालय, समस्त विभागीय निदेशालय, निगम मुख्यालय तथा जिलाधिकारी कार्यालय के मध्य परस्पर होने वाले समस्त पत्राचार अनिवार्य रुप से ई-ऑफिस के माध्यम से सम्पादित किये जाने के निर्देश जारी किये गये हैं, जिसके अनुपालन में जिलाधिकारी कार्यालय तथा जनपद स्तर पर स्थापित समस्त कार्यालयों के मध्य परस्पर होने वाले समस्त पत्राचार हेतु ई-ऑफिस से संचालित किये जाने की कार्यवाही हेतु अशीष कुमार मिश्रा, संयुक्त मजिस्ट्रेट, भगवानपुर को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट, भगवानपुर आशीष कुमार मिश्रा को निर्देश दिये हैं कि वे शासन के निर्देशानुसार ई-ऑफिस सम्बन्धी प्रक्रिया नियत तिथि तक पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment