हरिद्वार। हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि के नेतृत्व में संतों ने सरकार से लैंड जहाज पर रोक लगाने के लिए कड़ा कानून बनाने की मांग की है। गुरुवार को श्यामपुर के बालाजी धाम में स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने बताया कि पिछले दिनों जौनसार बावर क्षेत्र में हुई संतों की बैठक में लैंड जेहाद के मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए सरकार से कडा कानून बनाने की मांग की गई है। यदि सरकार ने इस संबंध में प्रभावी कदम नहीं उठाए तो संत समाज देहरादून कुच करेगा। बाबा हठयोगी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं, जिसे लेकर संत समाज चिंतित है। सरकार को गैरकानूनी तरीके से की जा रही जमीनों की खरीद-फरोख्त की पर रोक लगानी चाहिए। बाहर से आने वाले लोगों के लिए परमिट की व्यवस्था लागू की जाए, जिससे उत्तराखंड का धार्मिक महत्व के मुद्दे पर समाज पूरे प्रदेश में धर्म सभाओं का आयोजन करेगा। महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश और स्वामी आदि योगी ने कहा कि क्षेत्र की धार्मिक गरिमा को कायम रखने के लिए 5 किलोमीटर के दायरे में मांस मदिरा के चलन पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। इस दौरान महामण्डलेश्वर श्रद्धानाथ, महामंडलेश्वर स्वामी संजय गिरी ने भी सरकार से लैंड जहाज को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment