पुण्यतिथि पर संत समाज ने किया साकेत वासी महंत अवध बिहारी दास को नमन
हरिद्वार। महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि योग्य शिष्य ही गुरु की कीर्ति को बढ़ाते हैं। श्रवणनाथ नगर स्थित श्री रघुवीर भवन में साकेत वासी महंत अवध बिहारी दास महाराज की 40वीं पुण्यतिथि पर आयोजित गुरु श्रद्धा उत्सव को संबोधित करते हुए महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि साकेत वासी महंत अवध बिहारी दास महाराज विद्वान संत थे। धर्म शास्त्रों का उनका ज्ञान विलक्षण था। गुरू के रूप में ऐसे विद्वान संत का सानिध्य भाग्यशाली व्यक्ति को मिलता है। महंत प्रमोद दास महाराज सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें साकेत वासी महंत अवध बिहारी दास महाराज के सानिध्य में धर्म और अध्यात्म की शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज व पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि गुरू से प्राप्त ज्ञान और संत परंपराओं का अनुसरण करते हुए महंत प्रमोद दास महाराज को समाज का मार्गदर्शन करने के साथ धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में भी योगदान करते देखना सुखद व प्रेरणादायक है। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज व बाबा हठयोगी महाराज ने कहा कि धर्म प्रचार में साकेतवासी महंत अवध बिहारी दास महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। सभी को उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए। महंत प्रमोद दास महाराज ने कार्यक्रम में शामिल हुए संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य गुरूदेव साकेत वासी महंत अवध बिहारी दास महाराज से प्राप्त ज्ञान व शिक्षाओं के अनुसरण और संत समाज के आशीर्वाद से गुरू परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए समाज को धर्म व अध्यात्म की प्रेरणा देना और सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। महंत प्रेमदास, महंत गोविंददास,महंत रघुवीर दास व आश्रम के ट्रस्टियों ने फूलमाला पहनाकर सभी संतों का स्वागत किया। इस अवसर पर महंत गंगादास उदासीन,स्वामी शिवानंद,महंत सूरज दास,महंत बिहारी शरण,स्वामी विवेकानंद,महंत विंध्यवासिनी महाराज,महंत अंकित शरण,महंत दुर्गा दास सहित सभी तेरह अखाड़ों के संत महंतों ने साकेतवासी महंत अवध बिहारी दास महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान संत महंत, गणमान्य लोग व श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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