हरिद्वार। सन्यास परंपरा के संरक्षक विस्तारक जगद्गुरू आद्य शंकराचार्य की जयंती तीर्थनगरी हरिद्वार में जगतगुरु आद्य शंकराचार्य स्मारक समिति के तत्वाधान में शंकराचार्य चौक पर श्री विग्रह पूजन एवं कनखल सन्यास मार्ग स्थित सूरत गिरी बंगले में श्रद्धांजलि सभा के साथ मनाई जाएगी। उक्त जानकारी जगद्गुरु आद्य शंकराचार्य स्मारक समिति के महामंत्री श्रीमहंत देवानंद सरस्वती महाराज ने देते हुए बताया कि समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में आद्य जगद्गुरु भगवान शंकराचार्य की जयंती मंगलवार,25 अप्रैल को श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य चौक पर प्रातः श्री विग्रह के पूजन अर्चन के पश्चात षड्दर्शन साधु समाज सूरत गिरी बंगले में समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में आद्य जगद्गुरु भगवान शंकराचार्य जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करेगा। उन्होंने बताया कि समारोह में समस्त अखाड़ा आश्रम एवं सन्यास परंपरा से जुड़े संत-महंत उपस्थित होकर भगवान शंकराचार्य को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment