हरिद्वार। मां की डांट से नाराज होकर दो सगी बहनों ने प्रेमनगर घाट से गंगा में छलांग लगा दी। मौके पर मौजूद जल पुलिस के जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते दोनों को सकुशल बचा लिया। बाद में लड़कियों के परिजनों को बुलाकर उन्हें उनके सुपुर्द कर दिया। शुक्रवार को ज्वालापुर के मौहल्ला कढ़च्छ निवासी 24 एवं 19 वर्षीया दो बहनें मां की डांट से नाराज होकर प्रेमनगर घाट पहुंची और गंगा में छलांग लगा दी। युवतियों को गंगा में छलांग लगाते देख घाट पर स्नान कर रहे लोगों ने शोर मचाया और घाट पर तैनात जल पुलिस के जवानों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे जल पुलिस के जवानों हेड कांस्टेबल सच्चिदानंद, कांस्टेबल गगनदीप, विजय, मनोज बहुखंडी, गौरव शर्मा, चिराग अरोड़ा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों बहनों को गंगा से सकुशल बाहर निकाल लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे मां के डांटने से नाराज थी। पुलिस ने युवतियों के परिजनों को बुलाकर दोनों को उनके सुपुर्द कर दिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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