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महिला सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनायी गयी माता राजराजेश्वरी जयंती

 


हरिद्वार। माता राज राजेश्वरी की 91वीं जन्म जयंती प्रेमनगर आश्रम में सतपाल महाराज के शिष्य महात्मा तारकेश्वरानन्द की अध्यक्ष तथा आश्रम प्रभारी रमणीक भाई व प्रवन्धक पवन कुमार के संयोजन में धूमधाम एवं हर्षोउल्लास के साथ महिला सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनायी गयी। कार्यक्रम में भक्तों को माता राज राजेश्वरी की महिमा बताते हुए हुए महात्मा तारकेश्वरानन्द महाराज ने कहा कि मानव धर्म के प्रणेता सद्गुरुदेव सतपाल महाराज माता राज राजेश्वरी देवी जगत जननी के अथक प्रयासों एवं कृपा से आत्मज्ञान का प्रचार-प्रसार भारत सहित विदेशों में भी फैला। माता राज राजेश्वरी ने उत्तर पूर्वांचल क्षेत्र सिलीगुड़ी, दार्जीलिंग, सिक्किम, कलिम्पोंग, भूटान आसाम,आदि पहाड़ी क्षेत्रों में तथा डुवार्स-तराई के चाय बागानों में स्वयं अध्यात्म ज्ञान का प्रचार-प्रसार किया। दया एवं करुणा की प्रतिमूर्ति माता राज राजेश्वरी ने अपनी शरण में आने वाले लाखों भक्तों को आत्मज्ञान देकर उनका जीवन बदल दिया। उन्होंने कहा कि माता राज राजेश्वरी अन्तर्यामीं थी जो भक्तों की भावना को तुरन्त समझ जाती थी। उन्होंने विदेशों में मानव धर्म के अध्यात्म ज्ञान का प्रचार कर पथ भ्रष्ट लोगों को आत्मज्ञान दिया और नशाखोरी से मुक्त कराया।उ न्होंने नारी शक्ति को जगाने में भी अहम भूमिका निभायी। अपने प्रवचनों में वे हमेशा कहती थी कि नारी को मां सीता, सती तथा सावित्री की तरह धर्म परायण होना चाहिए। क्योंकि नारी ही सभ्य समाज को गढ़ सकती है। धु्रव, प्रह्लाद और विवेकानन्द जैसे भक्त तथा चरित्रवान बालकों को जन्म देने की क्षमता नारी में ही है। जीवन पर्यन्त श्रीहंस जी महाराज के पदचिन्हों पर चलकर वे सामाजिक तथा आध्यात्मिक कार्य करती रही। उन्होंने बालिकाओं के लिए स्कूल और कॉलेज खुलवाये। नारियों को उनका हक और सम्मान दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। आज मानव धर्म के प्रणेता सदगुरुदेव सतपाल महाराज, विभु महाराज, माता अमृता माता राज राजेश्वरी के पद चिन्हों पर चलकर आध्यात्मिक प्रचार-प्रसार करते हुए मानव धर्म के प्रचार प्रसार में योगदान कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन मंगलम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डा.जितेन्द्र सिंह ने किया। कार्यक्रम में सुशांत पाल,कर्मेंद्र सैनी,सुनील प्रजापति,देशराज शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोगों ने उपस्थित होकर माता राजराजेश्वरी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।


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