हरिद्वार। हरिद्वार मुक्केबाजी टीम का चयन 13 मई को भल्ला स्टेडियम में किया जाएगा। हरिद्वार मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने बताया कि टीम चयन के संबंध में सभी कोच को अवगत करा दिया गया है। डा.विशाल गर्ग ने बताया कि हरिद्वार मुक्केबाजी संघ मुक्केबाजी को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। संघ के प्रयासों से हरिद्वार के युवाओं में मुक्केबाजी के प्रति रूझान बढ़ा है। जिले के मुक्केबाजी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर हरिद्वार के नाम रोशन कर रहे हैं। देहरादून में 19 मई को आयोजित की जा रही उत्तराखंड यूथ मुक्केबाजी प्रतियोगिता के लिए हरिद्वार की टीम का चयन 13 मई को शाम 3 बजे से भल्ला स्टडियम में किया जाएगा। टीम का चयन हरिद्वार मुक्केबाजी संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों की देखरेख में किया जाएगा। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि चयन प्रक्रिया की अधिक जानकारी के लिए संघ के कार्यालय में संपर्क करें। सह सचिव सुधीर जोशी ने बताया की हरिद्वार टीम का चयन सभी 13 भार वर्गों में 48,51,54, 57,60,63.5,67,71,75,81,91 ़91 किया जाएगा। कोषाध्यक्ष मयंक शर्मा ने बताया यूथ आयु वर्ग में 2005 और 2006 के खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे और सभी प्रतिभागियों के पास मूल निवास, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज उपलब्ध होना जरूरी है। इस अवसर पर नवीन चौहान, सुधीर जोशी,शिखा चौहान, कर्नल शर्मा,डा.पवन सिंह,मयंक शर्मा आदि उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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