रोहतक/हरिद्वार। अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा की कार्यसमिति की चिंतन बैठक 21मई को प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला की अध्यक्षता में स्थानीय वैश्य महिला महाविद्यालय में होगी ये जानकारी प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष तायल ने देते हुए बताया कि बैठक मे वैश्यजनों को प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए चिंतन होगा ताकि समाज खुलकर राजनीति में आए। तायल ने ये भी कहा कि सरकारी खजाने को भरने में वैश्य समाज की भूमिका सबसे अहम रही है जो आज भी निरंतर जारी है। लेकिन इस खजाने का जिस प्रकार से प्रदेश के विकास में प्रयोग होना चाहिए वो कही नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस धन का सही प्रयोग करने और विकास की समस्या से निजात पाने के लिए प्रदेश सरकार को वैश्य समुदाय की मदद लेनी चाहिए। क्योंकि कुलदेवी लक्ष्मी और महाराजा अग्रसेन के दिखाए मार्ग पर चलने वाला वैश्य समाज धन अर्जित करने के साथ-साथ प्रंबंधन कार्यों में भी अग्रणी रहा है। तायल ने कहा कि समाज राजनीति के महत्व को समझना होगा ताकि आए दिन हो रही व्यापारियों के साथ जान-माल की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकें। उन्होंने कहा कि अगर हम राजनीति में नहीं आए तो न समाज बचेगा और न ही हमारा व्यापार। तायल ने कहा कि चिंतन बैठक में प्रदेश की महिला अध्यक्षा सुशीला सराफ,युवा अध्यक्ष नवदीप बंसल,छात्र इकाई के अध्यक्ष दिपांशु बंसल,चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल के अलाव प्रदेश भर से वैश्य नेता जुटेंगे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment